| 31. | में भी यही मैथुनी और कुच कच वर्रण और (नख शिख
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| 32. | उसी समय आकाशवाणी हुई-‘ ब्रह्मन्! अब मैथुनी सृष्टि करो।
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| 33. | इसलिए ब्रह्मा जी विचार करने के बाद भी मैथुनी सृष्टि नहीं कर सके।
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| 34. | यह स्वरूप सृष्टि-विकास में ' मैथुनी क्रिया' के योगदान के लिए धरा गया था।
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| 35. | यह क्रम इस प्रकार था-मानस सृष्टि, संकल्प सृष्टि, काम संकल्प सृष्टि व मैथुनी सृष्टि।
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| 36. | तब आकाशवाणी के अनुसार बृह्मा ने मैथुनी सृष्टि उत्पन्न करने का संकल्प किया ।
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| 37. | जिसे हम मैथुनी सृष्टि के रूप में जानते हैं, खजुराहो उसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
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| 38. | फिर महादेवजी भी अन्तर्धान हो गये तभी से इस लोक में मैथुनी सृष्टि चल पड़ी।
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| 39. | अर्थ यह कि इस मैथुनी सृष्टि के विकास में दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं.
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| 40. | ८= काम भाव-स्त्री-पुरुष के संयोग, मैथुनी प्रक्रिया से संतति उत्पन्न करने का मूल-भाव..
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