हां इससे सवाल का जवाब जरुर मिल गया कि बेबर किसान या भूखे मजदूर ही नहीं मोटर-गाड़ी में बैठ, एसी की ठंडी हवा खाने वाले शहरी लोग ही कर्ज की मर्ज के मारे है।
32.
उदाहरण के लिये, अमरीकी अधिकारियों ने यह देखा है कि दुबई इंटरनेशनल कैपिटल ने हाल ही में अपने वरिष्ठ सलाहकार स्टाफ में दवा और मोटर-गाड़ी उद्योग के पूर्व उच्च-स्तरीय प्रबंधकर्ताओं को नियुक्त किया है।
33.
एक छोटा सा मकान कुछ दस एक साल पहले बना लिया था, एक थोड़ा जरा पहले से बड़ा मकान बुक कर रखा है, कलकत्ता जैसे महानगर में उसके पास एक मोटर-गाड़ी है, अगर नही है तो अपने सरकारी घर में एयर-कंडीशनर की सुविधा नही है।
34.
उस दिन भी तो जलाई गई थी एक मोटर-गाड़ी पति और बच् चों के शव देखती रह गई थी अबला बेचारी इंसानी जुनून कैसे कोई माने यह तो थी धर्म के नाम पर दानवी चिंगारी आग की ताकत से अनजान तमाशा देख झूम रही थी भीड़ सा॥
35.
एक छोटा सा मकान कुछ दस एक साल पहले बना लिया था, एक थोड़ा जरा पहले से बड़ा मकान बुक कर रखा है, कलकत्ता जैसे महानगर में उसके पास एक मोटर-गाड़ी है, अगर नही है तो अपने सरकारी घर में एयर-कंडीशनर की सुविधा नही है।
36.
यद्यपि अमरीकी मोटर-गाड़ी उद्योग की कुछ आपत्तियों के बावजूद उस पर भारी सहमति है, फिर भी हमारे संसद भवन के संपर्क हमें बताते हैं कि जब तक व्हाइट हाउस चीन के प्रति गंभीर रूख नहीं अपनाता, संसद इस समझौते से संबंधित बिल को बंधक बना कर रख सकती है।
37.
इसलिए आवश्यक है कि ड्रग रेसिस्तंत टीबी या तपेदिक का इलाज सही तरीके से पूरा किया जाए और टीबी नियंतरण को, खासकर कि विकासशील देशों में, अधिक प्रभावकारी बनाया जा सके.एक नए शोध से यह स्थापित हो गया है कि वायु में प्रदूषण, मोटर-गाड़ी से निकलते धुए से प्रदूषण और धूम्रपान से टीबी या तपेदिक का रोग होने की सम्भावना बढ़ जाती है.
38.
मौसम में बदलाव (खासकर मानसून में इसके मरीजों की संख्या कई गुन बढ़ जाता है), वातावरण में होने वाला शोर-शराबा, मोटर-गाड़ी की आवाज, शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव, रोशनी का अधिक और कम होना, तनाव, भावात्मक तनाव, कम सोना, धूम्रपान करने से तथा अन्य कई कारकों से माइग्रेन के रोगी प्रभावित होते हैं।
39.
तेरा गला ही तो सबसे अच्छा था।“ ”अजी ऐसा नहीं करें कि अपन भी यहाँ गीत गवा लें।“ ”कहाँ गवाएँगी? आस-पड़ौस से गौरी-काली औरतों को बुलाएँगी कि मेरे साथ गीत गाओ।“ ”नहीं जी, तुम तो मजाक करो हो, मैं कह रही थी कि एक दिन मंदिर ही चलें, वहाँ भजन ही गाएँगे।“ ”चल अच्छा है, बेटे को आने दे, बात करेंगे।“ ”अरे अपन ही चल चलें, नीचे मोटर-गाड़ी कुछ तो मिल ही जाएगी, पूछते-पूछते चले जाएँगे।“ ”नीचे मोटर-गाड़ी? यहाँ तेरा शहर है जो घर के बाहर ही टेम्पों मिल जाएगा? तूने देखा नहीं कैसी बड़ी-बड़ी सड़कें हैं।