| 31. | विश्व का समय नापने के लिए ग्रिनिच के याम्योत्तर वृत्त को मानक याम्योत्तर मान लेते हैं।
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| 32. | विश्व का समय नापने के लिए ग्रिनिच के याम्योत्तर वृत्त को मानक याम्योत्तर मान लेते हैं।
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| 33. | सामान्य रूप से ये आक्षांश की समांतर रेखाएँ और देशांतर (याम्योत्तर) की रेखाएँ हैं।
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| 34. | खगोल के उस वृत्त को, जो खगोलीय ध्रुव तथा शिरोबिंदु से होकर जायगा, याम्योत्तर वृत्त कहेंगे।
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| 35. | सवाल: 82 डिग्री 30 ' पूर्वी देशांतर को भारत की मानक याम्योत्तर क्यों माना गया है?
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| 36. | ये आकाश में कुछ दिशाओं में फैले होते हैं और चाप का उच्चतम बिंदु चुंबकीय याम्योत्तर (
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| 37. | अंतरराष्ट्रीय परंपरा के अनुसार खगोलीय याम्योत्तर की दिशा में भू-धारा के प्रवाह को उत्तराभिमुख घटक, उ (
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| 38. | याम्योत्तर में ऊर्ध्वाधर का विचरण (variation of the vertical) खगोलीय अक्षांश तथा जियोडीय अक्षांश दोनों पर निर्भर रहता है।
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| 39. | देशांतर (longitude) ज्ञात करने के लिये याम्योत्तर यंत्र (transit insturment) अत्यंत प्राचीन काल से उपयोग में आता रहा है।
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| 40. | यह भौगोलिक याम्योत्तर और चुंबकीय याम्योत्तर के मध्य बननेवाला कोण है, जो दिक्सूचक की स्थिति पर निर्भर करता है।
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