जीवाणु संक्रमण सबसे सामान्य जीवाणु के विभिन्न प्रकार के द्वारा ट्रिगर किया जा सकता है कैंडिडिआसिस: कैंडीडा एल्बीकैंस नामक यीस्ट के कारन योनिशोथ होता है.
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सामान्य महिलाओं की तुलना में मधुमेह से पीड़ित महिलाओं को योनिशोथ के संक्रमण खतरा अधिक होता है, क्योंकि मधुमेह इसके संक्रमण के प्रमुख कारणों में से एक है.
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सामान्य महिलाओं की तुलना में मधुमेह से पीड़ित महिलाओं को योनिशोथ के संक्रमण खतरा अधिक होता है, क्योंकि मधुमेह इसके संक्रमण के प्रमुख कारणों में से एक है.
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(4) जराजन्य योनिशोथ-रजोनिवृत्ति के पश्चात् एस्ट्रोजेन की कमी से तथा योनि श्लेष्मलकला में रक्त की कमी से, ्व्रार्ण उत्पन्न होते हैं तथा उपसर्ग के लिये योनि सुग्राही हो जाती है।
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यों तो कोई भी जीवाणु या वाइरस का उपसर्ग योनि में हो सकता है तथा योनिशोथ पैदा हो सकता है परंतु बीकोलाई, डिप्थेराइड, स्टेफिलोकोकस, स्ट्रप्टोकोकस, ट्रिकनामस मोनिला (श्वेत) का उपसर्ग अधिकतर होता है।
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इन तरीकों के लिए के कई आवर्तक घटनाओं के लिए एक पंक्ति में प्रदर्शन किया जा वरना हालत आसानी से एक अड़चन योनिशोथ है कि विरोधी खमीर इलाज के लिए जवाब नहीं बन सकता है की जरूरत है.