| 31. | इसीलिए रोजेट देखते ही वह सोचने लगा कि ऐसी कोई किताब हिंदी में होनी चाहिए।
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| 32. | इसीलिए रोजेट देखते ही वह सोचने लगा कि ऐसी कोई किताब हिंदी में होनी चाहिए।
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| 33. | आपने अभी बताया कि रोजेट का खाँचा काम नहीं आया और न ही अमर कोश का।
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| 34. | आपने अभी बताया कि रोजेट का खाँचा काम नहीं आया और न ही अमर कोश का।
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| 35. | आपने अभी बताया कि रोजेट का खाँचा काम नहीं आया और न ही अमर कोश का।
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| 36. | ठीक 101 साल पहले लंदन में इस ऐतिहासिक कोश की रचना फ्रांसीसी मूल के वैज्ञानिक और भाषा-प्रेमी रोजेट ने की थी.
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| 37. | ठीक 101 साल पहले लंदन मेँ इस ऐतिहासिक कोश की रचना फ़्राँसीसी मूल के वैज्ञानिक और भाषाप्रेमी रोजेट ने की थी.
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| 38. | ठीक 101 साल पहले लंदन मेँ इस ऐतिहासिक कोश की रचना फ़्राँसीसी मूल के वैज्ञानिक और भाषाप्रेमी रोजेट ने की थी.
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| 39. | मूर्खतावश मैंने जब दो साल मेँ हिंदी का थिसारस बना डालने की बात सोची थी, तो रोजेट के थिसारस के आधार पर।
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| 40. | तभी दिसंबर 26-27 की रात उन्हेँ याद आया वह रोजेट का थिसारस और उस जैसी कोई किताब हिंदी मेँ होने की आकांक्षा.
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