इसलिए रुपये को बंगाली में टका (টাকা), असमिया में तोका (টকা), और उड़िया में टन्का (ଟଙ୍କା) के नाम से जाना जाता है और रोमन अक्षर 'T' से भारतीय बैंकनोटों में दर्शाया जाता है।
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यह लिखने के बाद अपने निष्कर्ष के रूप में गिल कहते हैं कि मेरा स्पष्ट विचार है, ‘ हमारे रोमन अक्षर ध्वनि का लेखन, मुद्रण ठीक प्रकार से करते हैं, यह कहना मूर्खतापूर्ण होगा।
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हर रोमन अक्षर के कैपिटल A, स्माल कैपिटल a, लोअर केस a, बोल्ड A, a, a और इटैलिक A, a, a टाइपोँ को रख कर भी कंपोज़ीटर का काम कुल दो केसोँ से चल जाता था (देखिए अगला चित्र).
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इसके बाद जब वह s टाइप करेगा तो स की पूरी बारहखड़ी के अलावा s से बनने वाले श (sh) और ष (Sh)के रोमन अक्षर भी दिखाई पड़ने लगेंगे और अंत में n टाइप करते ही ण (N) भी दिखाई पड़ने लगेगा।
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अंतर सिर्फ इतना है कि उन में किसी खास रोमन अक्षर के स्थान पर देवनागरी के किसी अक्षर, अर्धाक्षर या मात्रा का चित्र विस्थापित कर दिया गया है जिस से देवनागरी के अक्षर को भी कंप्यूटर रोमन का ही कोई अक्षर समझता रहता है।
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अंतर सिर्फ इतना है कि उन में किसी खास रोमन अक्षर के स्थान पर देवनागरी के किसी अक्षर, अर्धाक्षर या मात्रा का चित्र विस्थापित कर दिया गया है जिस से देवनागरी के अक्षर को भी कंप्यूटर रोमन का ही कोई अक्षर समझता रहता है।
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इतना ही नहीं इसके लिए उपभोक्ता आरईजी (बड़े अक्षरों में) स्पेस एजेंसी का कोड जैसे (एचएचआरडीसी 157647, नैशनल 117451) स्पेस उपभोक्ता नंबर (केवल रोमन अक्षर) टाइप कर 57333 या 52725 पर भेजकर भी अपना मोबाइल नंबर पंजीकृत करवा सकता है।
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हर रोमन अक्षर के कैपिटल A, स्माल कैपिटल a, लोअर केस a, बोल्ड A, a, a और इटैलिक A, a, a टाइपोँ को रख कर भी कंपोज़ीटर का काम कुल दो केसोँ से चल जाता था (देखिए अगला चित्र).
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इसके बाद जब वह स टाइप करेगा तो स की पूरी बारहखड़ी के अलावा स से बनने वाले श (sh) और ष (Sh) के रोमन अक्षर भी दिखाई पड़ने लगेंगे और अंत में n टाइप करते ही ण (N) भी दिखाई पड़ने लगेगा।
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इसलिए रुपये को बंगाली में टका (ট া ক া), असमिया में तोका (টক া), और उड़िया में टन्का (ଟଙ ୍ କ ା) के नाम से जाना जाता है और रोमन अक्षर ' T ' से भारतीय बैंकनोटों में दर्शाया जाता है।