| 31. | उस आकृति से लाजवन्ती की शक्ल
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| 32. | तन्दूर पर लाजवन्ती को आटा देने आए तो बोले-जरा रोटी
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| 33. | ये लाजवन्ती का तन्दूर मुझे पत्नी से ही पता चला था।
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| 34. | लाजवन्ती ने फिर आँखें नीची कर लीं और सुन्दरलाल ने पूछा,
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| 35. | ये लाजवन्ती का तन्दूर मुझे पत्नी से ही पता चला था।
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| 36. | लाजवन्ती ने निगाहें नीची करते हुए कहा, “जुम्मा!” फिर अपनी निगाहें
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| 37. | एक दम हक्के-बक्के से लाजवन्ती का मुंह ताके जा राहे थे।
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| 38. | ' ' लाजवन्ती की तरह नांजुक और लचकदार सुरजीत कौर ने उसको छेड़ा।
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| 39. | बार-बार हथेली सट रही थी और सहज शील-संकोच वाला लाजवन्ती का सनातनी
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| 40. | ' ' लाजवन्ती की तरह नांजुक और लचकदार सुरजीत कौर ने उसको छेड़ा।
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