छतरपुर वर्षामापी केंद्र पर 10 मिमी, लवकुशनगर में 17 मिमी, बिजावर में 14 मिमी, नौगांव में 17.2 मिमी एवं बक्सवाहा में 7 मिमी वर्षा रिकार्ड की गयी है।
32.
चौथी सदी ईसा पूर्व में कौटिल्य द्वारा लिखे गये ' अर्थशास्त्र ' में वर्षामापी उपकरण का वर्णन तथा राजस्व एवं राहत कार्यों में वर्षा के वैज्ञानिक माप का महत्त्व बताया गया है।
33.
आज शुक्रवार को प्रातः 8 बजे तक जिले में सबसे अधिक बारिश गौरिहार वर्षामापी केंद्र में 35 मिमी दर्ज की गयी, जबकि राजनगर एवं बड़ामलहरा में कोई वर्षा दर्ज नहीं की गयी।
मंत्रालय, दाऊ कल्याण सिंह भवन से जारी इन निर्देशों में सभी वर्षामापी केन्द्रों पर वर्षा मापने के यंत्रों की स्थापना और जानकारी संकलित करने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को कड़े निर्देश जारी किए गए हैं।
36.
अधीक्षक भू-अभिलेख कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में स्थापित विभिन्न वर्षा केन्द्रों में से 1 जून से आज दिनांक तक दर्ज रिकार्ड के अनुसार सबसे अधिक वर्षा बड़ामलहरा वर्षामापी केंद्र में 1534. 8 मिमी रिकार्ड की गई है।
37.
शमशाबाद: जगनेर में सिंचाई वि भाग की वर्षामापी जगनेर नि रीक्षण भवन के पास लगी है जबकि मौसम वि भाग के द्वारा ऑटोमेटि क रेन गेजिं ग (एआरजी सि स् टम) प्रणाली खेरागढ़ तहसील में लगवाई गई है।
38.
सन डायल के उक्त प्रयोग करेंगे | क्यु ना पहले ये जाना जाए कि वर्षामापी यंत्र है क्या? जानिए:-वर्षामापी (rain gauge या udometer या pluviometer) एक ऐसी युक्ति है जो वर्षा की मात्रा की माप करता है।
39.
सन डायल के उक्त प्रयोग करेंगे | क्यु ना पहले ये जाना जाए कि वर्षामापी यंत्र है क्या? जानिए:-वर्षामापी (rain gauge या udometer या pluviometer) एक ऐसी युक्ति है जो वर्षा की मात्रा की माप करता है।
40.
वर्षामापी बनाने वाली कंपनियाँ तो बाट एवं माप का कानून तोड़ने का सोच भी नहीं सकती हैं इसलिये सभी वर्षामापी यंत्रों में नाप मिलीमीटर में ही करना संभव है फिर ये इंचों के आँकड़े क्या परिवर्तन गुणांक लगा कर किये जा रहे हैं?