| 31. | इसलिए वास्तुक को शैलियों से विशेष प्रयोजन नहीं, जैसे बदलते हुए फैशन से किसी महिला की पोशाक का कोई संबंध नहीं।
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| 32. | मौके पर दिन-प्रति-दिन के पर्यवेक्षण के लिए वास्तुक की संमति से एक कर्मलिपिक नियुक्त किया जाता है, जिसका वेतन ग्राहक देता है।
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| 33. | इसलिए वास्तुक को शैलियों से विशेष प्रयोजन नहीं, जैसे बदलते हुए फैशन से किसी महिला की पोशाक का कोई संबंध नहीं।
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| 34. | मौके पर दिन-प्रति-दिन के पर्यवेक्षण के लिए वास्तुक की संमति से एक कर्मलिपिक नियुक्त किया जाता है, जिसका वेतन ग्राहक देता है।
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| 35. | आज कुछ ऐसे वास्तुक हैं जो भूत का अनुसरण करने में ही संतुष्ट हैं कुछ अन्य हैं जो विदेशी ढंग का अनुकरण करने का प्रयास करते हैं।
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| 36. | ्रिया वासुकी वासुदेव वासुदेव महादेव अभ्यंकर वासुदेव वामन शास्त्री खरे वास्तुक वास्तुकला वास्तुकला का इतिहास वाहिकातंत्र विंध्य पर्वतश्र्रोणियाँ विंध्याचल विंसेट बोबे का विकर्ण विकलांग शल्यचिकित्सा विकॄतिविज्ञान विक्टोरिया
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| 37. | १३. वास्तुक यदि निजी व्यवसाय करता है, तो अपने ग्राहक की आवश्यकताएँ मालूम करना, और उपलब्ध वित्तीय साधनों के अनुसार आकल्प तैयार करना उसका काम होता है।
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| 38. | १३. वास्तुक यदि निजी व्यवसाय करता है, तो अपने ग्राहक की आवश्यकताएँ मालूम करना, और उपलब्ध वित्तीय साधनों के अनुसार आकल्प तैयार करना उसका काम होता है।
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| 39. | आज कुछ ऐसे वास्तुक हैं जो भूत का अनुसरण करने में ही संतुष्ट हैं कुछ अन्य हैं जो विदेशी ढंग का अनुकरण करने का प्रयास करते हैं।
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| 40. | आज कुछ ऐसे वास्तुक हैं जो भूत का अनुसरण करने में ही संतुष्ट हैं कुछ अन्य हैं जो विदेशी ढंग का अनुकरण करने का प्रयास करते हैं।
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