| 31. | विक्षेप और दुःख हमारा स्वभाव नहीं है।
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| 32. | भय की स्थिति परम विक्षेप की स्थिति होती है।
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| 33. | दु: ख-दौर्मनस्य-अङ्गमेजयत्व-श्वास-प्रश्वासा विक्षेप सह्भुवः ।
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| 34. | रास लीला में विक्षेप पड़ने लगा ।
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| 35. | विक्षेप हो सकता हो सकता है ।
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| 36. | विचारक विक्षेप, दुविधाऐं एवं द्वन्द्व हैं।
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| 37. | विक्षेप मल सब जाय धुल, निश्चिन्त मन अम्लान हो।।
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| 38. | मन के विक्षेप के यही दो मुख्य कारण हैं।
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| 39. | विक्षेप का अर्थ है चित्त की चंचलता।
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| 40. | चित्त से ही सारे विकार और विक्षेप उत्पन्न होते हैं.
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