अभिगमन तिथि: दिसम्बर 19, 2005.-लियोनार्ड सुसस्किंद का एक साक्षात्कार, ऐसे सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी हैं जिन्होंने स्ट्रिंग सिद्धान्त एक विमीय वस्तुओं (स्ट्रिंगों) पर आधारित है को प्रतिपादित किया और आजकल महाब्रह्माण्ड के विचार को विकसित कर रहे हैं।
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यह प्रतिनिधिमंडल विमीय पत्थर (डायमेंशनल स्टोन), ईंट, मृदभांड (पोटरी) उद्योग, हस्तनिर्मित कागज उद्योग, डेयरी, बेंत और बांस उद्योग आदि में भारत और फिलीपींस के बीच सहयोग की संभावना तलाश रहा है।
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चेतावनी: 3 विमीय तार-फ़्रेम ब्लॉक के साथ 2 विमीय स्क्रीन पर कार्य करना दृष्टि संबंधी भ्रम उत्पन्न कर सकता है जिसमें यह प्रतीत होता है कि ब्लॉक या तो दूसरे ब्लॉक के ऊपर हैं या नीचे जबकि वे ऐसे नहीं होते हैं.
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चेतावनी: 3 विमीय तार-फ़्रेम ब्लॉक के साथ 2 विमीय स्क्रीन पर कार्य करना दृष्टि संबंधी भ्रम उत्पन्न कर सकता है जिसमें यह प्रतीत होता है कि ब्लॉक या तो दूसरे ब्लॉक के ऊपर हैं या नीचे जबकि वे ऐसे नहीं होते हैं.
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कुछ रंग बिरंगे पेपर रख दिए गए थे और दीवाल पर अलग अलग तरह के द्वि-विमीय और त्रि-विमीय आकार बनाने के तरीके लिखे थे, जिन बालको ने वहाँ पर वर्ग, त्रिकोण, क्यूब इत्यादी बनाए वो कैसे कभी भूल सकते हैं उन आकारों को!
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कुछ रंग बिरंगे पेपर रख दिए गए थे और दीवाल पर अलग अलग तरह के द्वि-विमीय और त्रि-विमीय आकार बनाने के तरीके लिखे थे, जिन बालको ने वहाँ पर वर्ग, त्रिकोण, क्यूब इत्यादी बनाए वो कैसे कभी भूल सकते हैं उन आकारों को!
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ब्लैक होल का कोई आयतन नहीं होता-ऐसा इसलिए क्योंकि उसके सिकुड़ने की प्रक्रिया को रोक सकने वाला, यानी गुरुत्वाकर्षण बल का प्रतिरोध कर सकने वाला-और इस क्रम में शून्य विमीय बिंदु से ज्यादा बड़ा उसका आकार सुनिश्चित कर सकने वाला कोई बल सिद्धांततः वहां बचा ही नहीं होता।
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PMहिमांशु जी, नमस्कार.आपके साहस, लगन,और करुण हृदय कि मैं इज्ज़त करता हूँ.आपके बहुत सारे कार्य हैं जो वाकई प्रशंशनीय हैं और मैं दिल से उन सब कार्यों के लिए आपको सलाम करता हूँ.इन सबके साथ-साथ क्या हमें इस बात पर ध्यान देने कि बिलकुल जरुरत नहीं है कि...एक विमीय गति....विकास...सोच...हमेशा बहुत खतरनाक होते है.
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मानव विभेदों (व्यक्तित्व के पांच कारक वाले प्रारूप [29] [30]) के प्रयोगसिद्ध रूप से अनुप्रमाणित “ विमीय प्रारूप ” (“ डायमेंशनल मॉडल ”) तथा एक “ मनो-सामाजिक प्रारूप ”, जो परिवर्तनशील, अंतरविषयिक दशाओं को अधिक ध्यान में रखता है, आधारित प्रारूप समेत कई नए प्रारूपों की चर्चा चल रही है.