| 31. | हिन्दू शोध संस्थान ने अन्त में सुझाव दिया है कि धार्मिक उद्देश्य से गठित संगठनों को राजनीति से पूर्ण विरत रहना चाहिए।
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| 32. | प्रकट हो चुकी अकुशल वृतियों से विरत रहना, जो प्रकट नही हुई हैं उन अकुशल वृतियों को प्रकट न होने देने का अभ्यास ।
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| 33. | जीव-हत्या, चोरी, कामसंबंधी मिथ्याचार, असत्य भाषण एवं नशे के सेवन से विरत रहना-इन शीलों का पालन निष्ठापूर्वक करने का निर्धार करते हैं।
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| 34. | अपने साथी से गैर-यौनिक संभेाग के बारे में कैसे बात करें, इस बारे में सुझावो के लिए संभोग से विरत रहना वाले खंड के अंतिम हिस्से को देखें।
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| 35. | हड़ताल के तहत बुधवार को अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहना, कचहरी परिसर में पूर्ण तालाबंदी, रजिस्ट्री कार्यालय, परिसर की सभी दुकानें बंद रहना तय है।
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| 36. | यह चार कर्मक्लेश हैं: पाणातिपाता-प्राणिमात्र को कष्ट देने अथवा हत्या करने से विरत रहना अदिन्नदाना-जो दिया नही गया उसे लेने से विरत रहना ।
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| 37. | यह चार कर्मक्लेश हैं: पाणातिपाता-प्राणिमात्र को कष्ट देने अथवा हत्या करने से विरत रहना अदिन्नदाना-जो दिया नही गया उसे लेने से विरत रहना ।
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| 38. | ६. सम्यक व्यायाम-उचित प्रयास प्रकट हो चुकी अकुशल वृतियों से विरत रहना, जो प्रकट नही हुई हैं उन अकुशल वृतियों को प्रकट न होने देने का अभ्यास ।
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| 39. | यह चार कर्मक्लेश हैं: पाणातिपाता-प्राणिमात्र को कष्ट देने अथवा हत्या करने से विरत रहना अदिन्नदाना-जो दिया नही गया उसे लेने से विरत रहना ।
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| 40. | यह चार कर्मक्लेश हैं: पाणातिपाता-प्राणिमात्र को कष्ट देने अथवा हत्या करने से विरत रहना अदिन्नदाना-जो दिया नही गया उसे लेने से विरत रहना ।
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