| 31. | ' विवस्त्र‘ हालाँकि इस संग्रह की शीर्षक कहानी है और यह भी अर्थ की मार से विवस्त्र होते इन्सानी रिश्तों की ही कहानी है।
|
| 32. | बीसवीं सदी के दौरान, कविता की कई विवस्त्र पंक्तियाँ अलग-अलग महाद्वीपों के बीच, परित्यक्त गाँवों और दूरस्थ राजधानियों के बीच टाँगी गई थीं.
|
| 33. | “चाय के थके हुए कप और ऊन की विवस्त्र ठिठुरती सलाइयाँ अब सर्दियों मे भी आपस मे नही लड़ती” yaar ghazab likhte ho..
|
| 34. | मंदिर में देवी-देवताओं की प्राचीन मूर्तियां भले ही विवस्त्र हों, लोग आज भी तन पर उचित वस्त्र डाल कर ही पूजा करने पहुँचते हैं.
|
| 35. | मगर फिर दूसरे ही क्षण यह सोचकर कि मेरी पत्नी त्रिपाठी भाई साहब को विवस्त्र देख चुकी है, मुझे जोर का झटका लगा था.
|
| 36. | आइने के सामने विवस्त्र खड़ी खुद को निहारती, खुद की सुन्दरता पर रीझती आत्ममानिनि स्त्री ; आत्म आसक्ति से आत्मरति तक को जीती हु ई.
|
| 37. | साक्षात्कार लेने वाले ने कमरे का वर्णन देते हुए लिखा था कि प्रवेश करते ही कमरे की दीवार पर टंगी एक विवस्त्र महिला की तस्वीर दिखती है
|
| 38. | यही मानसिकता मीराबेन के प्रसंग में, विवस्त्र लड़कियों के साथ विवस्त्र सोने में, स्नानागार में सुशीला नैयर के साहचर्य आदि प्रसंगों में व्यक्त हुई है।
|
| 39. | यही मानसिकता मीराबेन के प्रसंग में, विवस्त्र लड़कियों के साथ विवस्त्र सोने में, स्नानागार में सुशीला नैयर के साहचर्य आदि प्रसंगों में व्यक्त हुई है।
|
| 40. | पढ़कर पाठक वाह-वाह कहना चाहता है की तभी.. पैरों मे पहाड़....... ऊन की विवस्त्र ठिठुरती सलाइयाँ अब सर्दियों मे भी आपस मे नही लड़ती..
|