| 31. | ऐसा दूषित व संक्रमित माँसाहार विषाणुजनित रोगों के साथ साथ खुरपका, मुंहपका और मैडकाउ जैसी महामारियों का कारण बनता है
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| 32. | गंभीर मध्यकर्णशोथ (एओएम(AOM)) और इसके साथ होने वाला विषाणुजनित यूआरआई (ऊपरी श्वासनली संक्रमण) अक्सर मूलरूप से विषाणुजनित और स्व-सीमित होते हैं.
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| 33. | गंभीर मध्यकर्णशोथ (एओएम(AOM)) और इसके साथ होने वाला विषाणुजनित यूआरआई (ऊपरी श्वासनली संक्रमण) अक्सर मूलरूप से विषाणुजनित और स्व-सीमित होते हैं.
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| 34. | आरंभिक या प्राथमिक संक्रमण के बाद, कुछ संक्रमित लोगों को विषाणुजनित पुनर्सक्रियन या प्रकोपों की छिटपुट घटनाओं से गुजरना पड़ता है.
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| 35. | हालांकि अधिक तर बुखार विषाणुजनित संक्रमण के क ारण होते हैं और खुद ही क ुछ दिनों में उतर जाते हैं।
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| 36. | यह विषाणुजनित रोग है जो बीज एवं एफिड सैकेराई व कुछ अन्य कीटों द्वारा पत्ती से रस चूसने से फैलता है।
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| 37. | सर्दी एक विषाणुजनित संक्रमण है और ये नाक, श्वास के मार्ग, स्पर्श, वायु जनित कणों के सम्पर्क में आने से फैलता है।
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| 38. | उनके शोध का क्षेत्र जन-स्वास्थ्य के महत्व के विषाणुजनित रोग जैसे मिजल्स, कंठमाला, खसरा और यकृत शोथ जैसे रोग हैं।
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| 39. | प्रारंभ में कम विषाणुजनित भार वाले मरीज अधिक विषाणुजनित भार वाले मरीजों की तुलना में इलाज में बेहतर प्रतिक्रिया देते हैं.
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| 40. | प्रारंभ में कम विषाणुजनित भार वाले मरीज अधिक विषाणुजनित भार वाले मरीजों की तुलना में इलाज में बेहतर प्रतिक्रिया देते हैं.
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