| 31. | वैकुंठ, त्रैलोक्य मोहन, और अनंत और विश्वमुख के चार मुख क्रमश:
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| 32. | इस मन्दिर को ही आजकल वैकुंठ पेरुमाल मन्दिर कहते हैं.
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| 33. | वैकुंठ चतुर्दशी पर भगवन शिवजी श्रीहरि से खुद मिलने जाते हैं।
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| 34. | तब ही कृष्ण ने देह त्यागकर यहीं से वैकुंठ गमन किया।
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| 35. | के दर्शन करते हैं, वे निश्चय ही वैकुंठ को जाते हैं।
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| 36. | श्रीकृष्ण ने देह त्याग कर यहीं से वैकुंठ गमन किया ।
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| 37. | ओम नमो भगवते वासुदेवाय की ध्वनि वैकुंठ में भी गूंज उठी।
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| 38. | इस परंपरा को देखने के लिए मंदिरों में वैकुंठ चतुर्...
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| 39. | तब ही कृष्ण ने देह त्यागकर यहीं से वैकुंठ गमन किया।
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| 40. | वैकुंठ चतुर्दशी पर भगवन शिवजी श्रीहरि से खुद मिलने जाते हैं।
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