वे शिष्यों के साथ विभिन्न विषयों पर शास्त्रार्थ भी करते थे ताकि जीवन में यदि उन्हें किसी से शास्त्रार्थ करना पड़े तो वे कमजोर सिद्ध न हों।
32.
वे शिष्यों के साथ विभिन्न विषयों पर शास्त्रार्थ भी करते थे ताकि जीवन में यदि उन्हें किसी से शास्त्रार्थ करना पड़े तो वे कमजोर सिद्ध न हों।
33.
बच्चा सच्चे शिष्य की तरह मैं जो कहता हूं वह सुन और अगर शास्त्रार्थ करना है तो जा शास्त्री के ठीहे पर और अपने दिमाग को भारतीय संस्कृति की तरह बना!
34.
स्वामी जी को अगर मूर्तिपूजा पर शास्त्रार्थ करना था तो वे अपनी ईच्छा जाहिर करते और तब अगर वे विजयी होते तो लोग उनका सम्मान करते न कि थप्पड़ मारते.
35.
बच्चा सच्चे शिष्य की तरह मैं जो कहता हूं वह सुन और अगर शास्त्रार्थ करना है तो जा शास्त्री के ठीहे पर और अपने दिमाग को भारतीय संस्कृति की तरह बना!
36.
आदि शंकराचार्य को शास्त्रार्थ करना है तो काशी आते हैं, मंडन मिश्र की काशी और उनकी पत्नी से विवश होते हैं कि परकाया प्रवेश से काम शास्त्र तक की शिक्षा लेनी पड ती है।
37.
जिस विवाहकाल में विद्वानों की सभा कर के गृहस्थाश्रम के धर्मों और कर्तव्यों पर विचार करना चाहिए कि इस विषय में शास्त्र क्या कहता है, उसी शास्त्र के अर्थ की मीमांसा करनी चाहिए-शास्त्रार्थ करना चाहिए।
38.
अपने मत के प्रतिपादन के लिए वे वस्तुतः अपने समकालीन मीमांसा दर्शन, जो उन दिनों सर्वाधिक लोकप्रिय दर्शन था-के प्रकांड विद्वान कुमारिल भट्ट से शास्त्रार्थ करना चाहते थे. कुमारिल भट्ट मंडन मिश्र के शिष्य थे.
39.
आई मौज फ़कीर को… [...] की तरह मैं जो कहता हूं वह सुन और अगर शास्त्रार्थ करना है तो जा शास्त्री के ठीहे पर और [...] [...] की तरह मैं जो कहता हूं वह सुन और अगर शास्त्रार्थ करना है तो जा शास्त्री के ठीहे पर और [...]
40.
आई मौज फ़कीर को… [...] की तरह मैं जो कहता हूं वह सुन और अगर शास्त्रार्थ करना है तो जा शास्त्री के ठीहे पर और [...] [...] की तरह मैं जो कहता हूं वह सुन और अगर शास्त्रार्थ करना है तो जा शास्त्री के ठीहे पर और [...]