आपने बिल्कुल सही लिखा है, अगर आपको सही सलामत रहना है तो आपको मेरे मरने पर आशू बहाना ही होगा, मेरे मरने का शोक मनाना ही होगा, वरना हम आपके ऑटो के शीशे तोड देंगे.
32.
इस के लिए, जिस दिन / सप्ताह को हमें राष्ट्रीय शोक मनाना चाहिए था, उस समय अपने आकाओं के साथ हम विश्वक्रिकेट में जारी भारतीय बढ़त / जीत के बेशर्म उन्माद से ग्रस्त रहे ।
33.
पिछले कई दिनों से ' दुनिया के सबसे बड़े लोकतन्त्र' का 'मुक्त मीडिया' हमें यह यकीन दिलाने में लगा है कि इन्सानियत का तकाज़ा है कि हमें एक तानाशाह के मरने पर भी दुखी होना चाहिए और शोक मनाना चाहिए।
34.
आये दिन राजनितिक पार्टियां बिना किसी ठोस वजह कहीं चक्का जाम करती है, कहीं बंद करती है, तोड़ फोड़ करती है, ऐसे में निश्चित तौर पे महान न सही पर एक ख़ास व्यक्ति का शोक मनाना मुझे गलत नहीं लगता.
35.
मैं नहीं जानती तुम जीवित हो या मर चुके यह भी नहीं कि क्या तुम्हें इस धरती पर अब भी खोजा जा सकता है या क्या उस वक़्त जब सूरज डूब जाता है मुझे गम्भीरतापूर्वक तुम्हारा शोक मनाना चाहिये?
36.
* बरसी से पहले न कोई जश्न, न पार्टी या शादी में जाना ।* तेरह दिन तक शोक मनाना ।* जिसके घर में शादी हो, उसका मृत्यु पर न जाना-न तो दाह संस्कार पर, न शोक प्रकट करने और न ही क्रिया पर ।
37.
हम अपने साथ रुदन लेकर धरती पर आए थे और मौन लेकर चले जाएंगे जिन्हें आंसू बहाना है, बहाएंगे शोक मनाना है, वे मनाएंगे समय हर घाव को भर देता हू कहता है-चलो, आगे बढ़ो भले ही हो पग श्लना, कर्म पथ-रक्त लथपथ....
38.
अब तुम ये शोक मनाना छोडो और भांग घोटने का प्रबंध करो! कहां के महलों के निर्माण मे तुमने उलझा दिया कि आज इतना समय हो गया तुम्हारे हाथ की भांग भी नसीब नही हुई! और तुमको मालूम है मुझे तुम्हारे सिवाय किसी और के हाथ की घोटी हुई भांग मे मजा नही आता!
39.
पर बदलाव ही करना है तो पूरी तरह से करो...दिखावा भी करना चाहते हो और काम करने के लिए तैयार भी नहीं हो...यदि मन में श्रद्धा नहीं है तो कुछ भी करना ढोंग है...आज कल तो १३ दिन तक घर में शोक मनाना भी मुश्किल हो जाता है क्यों कि किसी के पास वक्त नहीं है....
40.
बाला साहेब ठाकरे के निधन पर अगर मुंबई में एक दिन शोक मनाया ही गया तो कहाँ तक गलत था? आये दिन राजनितिक पार्टियां बिना किसी ठोस वजह कहीं चक्का जाम करती है, कहीं बंद करती है, तोड़ फोड़ करती है, ऐसे में निश्चित तौर पे महान न सही पर एक ख़ास व्यक्ति का शोक मनाना मुझे गलत नहीं लगता.