पंडित दीनानाथ मिश्र और भोलानाथ मिश्र का हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत, मृगया ग्रुप की कौआली, पं. अमरनाथ की बांसुरी, राधिका झा का ओडिसी नृत्य, सुभाष शब्बु और ज़ीनत अंजुमन का नृत्त संगीत, दक्षिण एवं उत्तर भारतीय संगीतों की समन्वय प्रस्तुति, स्पेनी कलाकारों के साथ भारतीय संगीतज्ञ रविप्रसाद की संयुक्त संगीत प्रस्तुति आदि वल्लदोलिद शहर को भारतीय और स्पेनी कलाकारों की देन बने।
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अमजद अली खान के विश्व बंधुत्व, सर्वधर्म समभाव और मानवीय हृदय को इसी बात से जाना जा सकता है कि उन्होंने कहा था कि उन्हें संगीत प्रस्तुति देते वक्त मंच पर जाते वक्त ऐसी ही अनुभूति होती है, जैसी किसी धार्मिक व्यक्ति को मस्जिद में रोज नमाज पढ़ने या मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए जाने पर होती होगी।
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-युवा गायक राजेश पँवार ने पिछले दिनों लाइफ़ ट्युन्स के बैनर तले एक संगीत प्रस्तुति देकर शहर के साइड रिदमिस्ट परेश राजपूत के लिये धन-संग्रह किया. परेश लाजवाब कलाकार हैं और स्व.हेमंतकुमार के आर्केस्ट्रा में बजा चुके हैं और इन दिनों कैंसर रोग से पीडि़त हैं.राजेश शहर के गुणी कलाकार हैं और उनकी इस नेक ख़याली की निश्चित रूप से प्रशंसा की जानी चाहिये कि उन्होने अपने गायन के ज़रिये शहर के एक दूसरे कलाकार के लिये सहयोग का हाथ बढा़या है.(अपडेट किया 10.07.08 को)