| 31. | जो गुन रहित सगुन सोई कैसे I
|
| 32. | ए रे काग तेरे सगुन संजोग आजु
|
| 33. | भगत प्रेम बस सगुन सी होई॥ ”
|
| 34. | पण्डित हो ही, सगुन करो ।
|
| 35. | यानी माँ कौशल्या इधर घर में सगुन
|
| 36. | अरे यह असमय में अच्छा सगुन क्यौं होता है।
|
| 37. | आयौ हो निरगुण उपदेसन, भयौ सगुन को चैरौ।।
|
| 38. | सगुन उपासक संग तहँ रहहिं मोच्छ सब त्यागि ॥
|
| 39. | जनु सब साचे होन हित भये सगुन एक बार।।
|
| 40. | ताहि कि संपति सगुन सुभ सपनेहुँ मन बिश्राम ।
|