| 31. | बुद्ध के विचार इन अर्थों में अनूठे और अद्वितीय हैं कि उन्होंने प्रत्येक क्षेत्र में पावित्र और सत्याचरण पर बल दिया।
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| 32. | ' मै शीघ्र ही भूलोक पर श्री सत्याचरण जी व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती धर्मचारिणी के पुत्र सदाचरण के रूप में अवतार लूंगा।
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| 33. | वे केवल अपने सत्याचरण, निर्वैरता और विषयों से उपर उठकर रहने के कारण ही सन्तों की श्रद्धा और दोस्ती के अधिकारी हैं।
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| 34. | जो पक्षपात रहित सत्याचरण करना है वह ' न्याय ' और जो पक्षपात से मिथ्या आचरण करना है वह अन्याय कहाता है ।
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| 35. | जब से हमने संतान को सदाचार, सत्याचरण और धर्माचरण के संस्कार देना बंद किया है, तभी से पतन शुरु हुआ है।
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| 36. | अवास्तविक, परिवर्तित एवं बदले हुए रूप में किसी, बात, घटना या प्रसंग का वर्णन करना या बोलना ही सत्याचरण है।
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| 37. | सिमटती हुई श्रद्धा, पद-मर्दित विश्वास एवं क्षीण होते सत्याचरण वाले इस समाज के लिए सत्य हरिश्चन्द्र का चरित्र-अवगाहन प्रासंगिक भी है और आवश्यक भी।
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| 38. | यदि हमारे काम से किसी का अहित होता हो, यदि हमारे शब्द से किसी को चोट लगती हो तो निश्चित मानिये वह सत्याचरण नहीं है।
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| 39. | सिमटती हुई श्रद्धा, पद-मर्दित विश्वास एवं क्षीण होते सत्याचरण वाले इस समाज के लिए सत्य हरिश्चन्द्र का चरित्र-अवगाहन प्रासंगिक भी है और आवश्यक भी।
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| 40. | आदर्श माता पिता वे है जो अपनी संतान को धर्म और सत्य का मार्ग बताते है, सदाचार और सत्याचरण के संस्कार देते है ।
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