| 31. | सपिण्ड को दस दिन का और सो (समानों) दक को तीन दिन का आशौच होता हैं।
|
| 32. | पाँचवीं पीढ़ी तक को सपिण्ड कहते हैं और उसके बाद तो जहाँ तक कुल के किसी भी
|
| 33. | इसलिए जो कोई सपिण्ड विदेश में हो तो दशाह के बाद और एक वर्ष के भीतर जन्म
|
| 34. | गोत्र या दूसरे प्रचलित नामों, उपाधियों को बिना विवेक के सपिण्ड निरोधक नही समझना चाहिये.
|
| 35. | सपिण्ड विवाह निषेध भारतीय वैदिक परम्परा की विश्व भर मे एक अत्यन्त आधुनिक विज्ञान से अनुमोदित व्यवस्था है.
|
| 36. | पिता की ओर से सात एवं माता की ओर से पांच पीढ़ियों तक जुड़े रक्त संबंध सपिण्ड कहलाते हैं।
|
| 37. | सपिण्ड विवाह निषेध भारतीय वैदिक परम्परा की विश्व भर मे एक अत्यन्त आधुनिक विज्ञान से अनुमोदित व्यवस्था है.
|
| 38. | सपिण्ड विवाह निषेध भारतीय वैदिक परम्परा की विश्व भर मे एक अत्यन्त आधुनिक विज्ञान से अनुमोदित व्यवस्था है.
|
| 39. | पिता की ओर से सात एवं माता की ओर से पांच पीढ़ियों तक जुड़े रक्त संबंध सपिण्ड कहलाते हैं।
|
| 40. | यह एक अत्यंत विस्मयकारी आधुनिक विज्ञान के अनुरूप सत्य है जिसे हमारे ऋषियो ने सपिण्ड विवाह निषेध कर के बताया था.
|