| 31. | सर्वेश्वर कई सालों तक परिमल को चलाते रहे।
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| 32. | सर्वेश्वर से बहसें अकसर प्रेमचंद को लेकर होतीं।
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| 33. | कविता जब जब सिर उठाया ' सर्वेश्वर दयाल सक्सेना'
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| 34. | सर्वेश्वर परिमल के संयोजक बना दिए गए ।
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| 35. | सर्वेश्वर दयाल जी की कविता युग की चेतना है.
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| 36. | वस्तुतः सर्वेश्वर जी का पत्रकारिता समझौतों के खिलाफ है।
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| 37. | श्रीलालजी वहीं पोस्टेड थे, सर्वेश्वर थे, कुंवर नारायण थे।
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| 38. | सर्वेश्वर दयाल सक्सेना और उनकी पत्रकारिता (संजय द्विवेदी)
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| 39. | ............................................................ 010. सर्वेश्वर की पत्रकारिता-संदर्भ और दृष्टि
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| 40. | सर्वेश्वर जी की यह कविता बेहतरीन बाल-रचना है!
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