|  | 31. | अंतिम विश्लेषण में, इस परिभाषा के तहत कोई भी मानव सहज वृत्ति मौजूद नहीं है. 
 
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|  | 32. | सहज वृत्ति, किसी व्यवहार विशेष की तरफ [[सजीव|जीवों]] के स्वाभाविक झुकाव को कहते हैं. 
 
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|  | 33. | अतिरिक्त मानव लक्षण जिन्हें सहज वृत्ति के रूप में देखा गया है, इस प्रकार हैं: 
 
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|  | 34. | जिजीविषा प्राणीमात्र की सहज वृत्ति है, किंतु आत्महत्या कदाचित् मनुष्य की विशिष्टता है । 
 
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|  | 35. | सहज वृत्ति, किसी व्यवहार विशेष की तरफ जीवों के स्वाभाविक झुकाव को कहते हैं. 
 
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|  | 36. | और मानवीय संस्कार न मिलने पर यह सहज वृत्ति भोगवाद में परिणित हो जाती है। 
 
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|  | 37. | अतिरिक्त मानव लक्षण जिन्हें सहज वृत्ति के रूप में देखा गया है, इस प्रकार हैं: 
 
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|  | 38. | कुछ सहज वृत्ति वाले व्यवहार प्रकट होने के लिए परिपक्वता संबंधी प्रक्रियाओं पर निर्भर करते हैं. 
 
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|  | 39. | कुछ सहज वृत्ति वाले व्यवहार प्रकट होने के लिए परिपक्वता संबंधी प्रक्रियाओं पर निर्भर करते हैं. 
 
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|  | 40. | अपनी संस्कृति की यह सहज वृत्ति है कि यहां मेले, त्यौहार आदि सब मिल कर मनाते हैं। 
 
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