कमजोर वर्ग को सामान्य अधिकार समाज में दिलाना! वानर नई प्रजाति थी जो सतयुग में प्राकर्तिक विकास से उत्पन्न होई थी, और जिनके पूँछ थी! वानर जाती को मनुष्य समाज ने तथा समस्त राज्यों ने मनुष्य मानने तक से इनकार कर रखा था, और उनके साथ जानवर जैसा दुर्व्यवहार होता था! 3.
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2. कमजोर वर्ग को सामान्य अधिकार समाज में दिलाना! वानर नई प्रजाति थी जो सतयुग में प्राकर्तिक विकास से उत्पन्न होई थी, और जिनके पूँछ थी! वानर जाती को मनुष्य समाज ने तथा समस्त राज्यों ने मनुष्य मानने तक से इनकार कर रखा था, और उनके साथ जानवर जैसा दुर्व्यवहार होता था!
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जिन लोगों ने दूसरे के जीने के अधिकार का भी सम्मान नहीं किया वे चाहे पहली बार के अपराधी हों या दुर्दांत आतंकी उनके बारे में एक बार सक्षम कोर्ट द्वारा सज़ा मिल जाने पर उनको किसी भी तरह के सामान्य अधिकार की सुविधा भी नहीं दी जानी चाहिए और समाज तथा देश के इन दुश्मनों को तुरंत ही फाँसी पर लटका दिया जाना चाहि ए.
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राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा के वार्षिक अधिवेशन से लाभ उठाते हुए यूरोपीय संघ की परिषद के प्रमुख हरमन वेन रैम्पवे भेंट में ईरानी जनता के संबंध में विश्व की कुछ शक्तियों की ग़ैर क़ानूनी कार्यवाहियों का मामला उठाया और कहा कि मैं चाहता हूं कि परमाणु अधिकार के संबंध में ईरान से भेदभाव न बरता जाए और हमें भी इस संबंध में अन्य देशों की भांति सामान्य अधिकार प्राप्त होना चाहिए।
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विधवा विलाप का अर्थ अत्यधिक रोना हो सकता है, परंतु ध्यानाकर्षण के लिए या निरर्थक प्रयास नहीं क्योंकि आप यह तो मानेंगे कि इस लाक्षणिक अर्थ का स्रोत तो उसका शाब्दिक अर्थ ही है, तो जिस समाज में स्त्री को पूर्णत: पति पर निर्भर बना दिया जाता था और उसकी मृत्यु पश्चात उससे जीने के सामान्य अधिकार भी छीन लिए जाते थे, उस समाज में पति की मृत्यु के बाद पत्नी का विलाप सिर्फ ध्यानाकर्षण हेतु या निरर्थक प्रयास नहीं हो सकता।