फिर भी सिर्फ एक औरत तो समझने के लिएहजार साल की जिंदगी चाहिये तुमकोक्योंकि औरत सिर्फ माफ या बसंत ही नहीं हैएक सिम्फ़नी भी है समूचे ब्रह्मांड की...-वीरेन डंगवाल
32.
फिर भी सिर्फ एक औरत तो समझने के लिए हजार साल की जिंदगी चाहिये तुमको क्योंकि औरत सिर्फ माफ या बसंत ही नहीं है एक सिम्फ़नी भी है समूचे ब्रह्मांड की...
33.
अधिकतर बड़े शहरों की तरह पोर्टलैंड में भी गीत-संगीत के अनेक संस्थान हैं जैसे ऑरेगॉन बैले थिएटर, ऑरेगॉन सिम्फ़नी, पोर्टलैंड सेंटर स्टेज, पोर्टलैंड बरोक ऑर्केस्ट्रा और पोर्टलैंड ओपेरा.
34.
फिर भी सिर्फ एक औरत तो समझने के लिए हजार साल की जिंदगी चाहिये तुमको क्योंकि औरत सिर्फ माफ या बसंत ही नहीं है एक सिम्फ़नी भी है समूचे ब्रह्मांड की...
35.
अपनी एक लम्बी कविता में वे छह लोगों का वर्णन करते हैं जो तुर्की में चालीस के दशक के किसी शुरूआती साल में रेडियो पर शोस्ताकोविच की एक सिम्फ़नी सुन रहे हैं.
36.
देखो, कैसी सिम्फ़नी रच गई! मेरे खोडियार मंदिर के इस नगाड़े की बंधी गति के साथ असम के मृदंग जुड गएँ । 'ढम्... ढम्...! ढ...म् ढ...म् ढ...म् ' खिरी खिरी ता, खिरी...
37.
अपनी एक लम्बी कविता में वे छह लोगों का वर्णन करते हैं जो तुर्की में चालीस के दशक के किसी शुरूआती साल में रेडियो पर शोस्ताकोविच की एक सिम्फ़नी सुन रहे हैं.
38.
गीले बदन कुछ हवा के झोंके पेड़ों कि शाखों पर चलते दिखते हैं शीशे पे फिसलते पानी की तहरीर में उँगलियाँ चलती हैं कुछ ख़त, कुछ सतरें याद आती हैं मॉनसून की सिम्फ़नी में!
39.
संगीत की सांद्रता में नहायी मन के मलिन चंचल आसमान में, माहलर की सिम्फ़नी फाइव इन सी शार्प माइनर की पियानो के बेगाने परों पर डोलती, पहचाने संसारों के भूगोल से छूटकर बाहर चली जाती, स्लो मोशन में.
40.
संगीत की सांद्रता में नहायी मन के मलिन चंचल आसमान में, माहलर की सिम्फ़नी फाइव इन सी शार्प माइनर की पियानो के बेगाने परों पर डोलती, पहचाने संसारों के भूगोल से छूटकर बाहर चली जाती, स्लो मोशन में.