वे सीमा रहित रूप से देश प्रत् यावर्तन आधार पर सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों (वाहक प्रतिभूतियों के अलावा) या खजाने के बिलों या घरेलू म् युचुअल फंड, भारत में एक सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में एक सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम बांटते हैं जिसे भारत सरकार द्वारा विनिमयन किया हैं।
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इस तरह के कार्यक्रम को सही रूप मैं प्रस्तुत किया जाए एवं अबैध संबंधों और निजता से जुड़े अमर्यादित सीमा रहित प्रश्नों को दरकिनार किया जाए तो ऐसे कार्यक्रम देश और समाज के हित मैं एक नई क्रांति का आगाज और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मैं एक नए युग का सूत्रपात कर सकते हैं ।
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इस तरह के कार्यक्रम को सही रूप मैं प्रस्तुत किया जाए एवं अबैध संबंधों और निजता से जुड़े अमर्यादित सीमा रहित प्रश्नों को दरकिनार किया जाए तो ऐसे कार्यक्रम देश और समाज के हित मैं एक नई क्रांति का आगाज और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मैं एक नए युग का सूत्रपात कर सकते हैं ।
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इस तरह के कार्यक्रम को सही रूप मैं प्रस्तुत किया जाए एवं अबैध संबंधों और निजता से जुड़े अमर्यादित सीमा रहित प्रश्नों को दरकिनार किया जाए तो ऐसे कार्यक्रम देश और समाज के हित मैं एक नई क्रांति का आगाज और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मैं एक नए युग का सूत्रपात कर सकते हैं ।
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गीता का प्रभु एक माध्यम है जो सीमा रहित अनंत है, जो सगुनी-निर्गुणी है, जिसमें और जिस से ब्रह्माण्ड है, टाइम-स्पेस है और वह सब है जो आज है, जो कल नहीं रहेगा और जिसमें सब हो रहे हैं, समाप्त हो रहे है और हैं भी ।
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भापाबो किसी भी दशा में किसी प्रकार का खर्च, हानि अथवा नुकसान, जिसमें सीमा रहित, अप्रत् यक्ष अथवा परिणामदायी हानि अथवा नुकसान अथवा किसी खर्च अथवा नुकसान के लिए, जो इस वेबसाइट की जानकारी के प्रयोग अथवा उपयोग करने से होने वाली हानि से उत् पन् न होता है के लिए उत् तरदायी नहीं होगा ।
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किसी भी स्थिति में सीआईसी या डीआईटी-एनआईसी किसी प्रकार के व् यय, हानि या क्षति के लिए उत्तर दायी नहीं होगा जिसमें सीमा रहित, प्रत् यक्ष या परिणामी क्षति या हानि या अन् य कोई व् यय, इस पोर्टल के उपयोग से संबंधित आंकड़ों के उपयोग से उत् पन् न कोई क्षति या हानि या उपयोग की क्षति शामिल है।
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आत्मा सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड में ऊर्जा का माध्यम है जो सीमा रहित है जो प्रभु से प्रभु में है जो तीन गुण जनित विकारों को ऊर्जा देता है लेकिन विकार रहित है और जो जीव के देह में ह्रदय द्वारा ध्यान के माध्यम से समझा जाता है / आत्मा की समझ वह मन-बुद्धि करते हैं जिन पर तीन गुणों का प्रभाव नहीं रह जाता //
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महंतजीने कहा कि आत्म जिज्ञासु वान साधक ही आकाश तत्व के भावनात्मक आनंद का शाश्वत दर्शन कर सकता है, शाश्वत उसके साथ संबंध बना सकता है, नहीं तो आकाश तत्व के विपुल विराट खालीपन का आनंद एक स्थूल आकारवान आसक्तिवाननहीं ले सकता है, वह एक आकार विकास से जुडा होने के कारण आकाश तत्व की विभु व्यापकताका, सीमा रहित जीवन का आनंद लेने में कामयाब नहीं हो सकता है।
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स्त्री बूंद है, पुरुष सागर प्रकृति का नियम बताता रहा मुझे बार-बार ज़माना नदी की नियति सागर में समाना पर सच कहूँ _ मैंने तो विपरीत पाया जब ज्ञान आया नदी तो पुरुष है चंचल मदमाता हिलोरे डुलाता भागता सीमा रहित और स्त्री लगी सागर सीमित, शांत और गंभीर पर प्रकृति का सच सच है आज भी की नदी की नियति अंततः सागर ही है अतः पुरुष बूंद है, स्त्री गागर पुरुष नदी है, स्त्री सागर |