जांच के दौरान रजिस्टर निरीक्षण से स्पष्ट हुआ कि मिलर ने 31 मार्च तक स्टाक रजिस्टर संघारित की थी, जिसमें 31 सौ क्विंटल चावल और 1974 क्विंटल धान मिल में होना दर्ज था।
32.
सम्बन्धित विक्रेताओं को बिलबुक रखना, स्टाक रजिस्टर भरना, बोर्ड पर मूल्य सूची और स्टॉक प्रदर्शित करना, उनके द्वारा क्रय किए गए आदान के स्रोत भण्डारण आदि कार्य इस व्यवसाय में सुनिश्चित करने होते हैं।
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अमित कुमार चौबे जिला कृषि अधिकारी बलरामपुर ने स्टाक रजिस्टर, बिक्री रजिस्टर, कैश मेमो, स्टाक बोर्ड एंव रेट बोर्ड लगाने का सुझााव दिया तथा प्रत्येक दशा में किसानों को कैशमेमो ंदेने हेतु निर्देशित किया ।
34.
अपने कथन के समर्थन में विपक्षी बीमा कम्पनी के विद्वान अधिवक्ता द्वारा अपने पूरे इलाहाबाद मण्डल में दि. 02.11.98 से 02.09.2000 तक जारी की गयी सभी बीमा पालसियों/कवर नोट स्टाक रजिस्टर का सत्यापित विवरण प्रस्तुत किया गया है।
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• उचित दर दुकान से सम्बद्ध कोई भी उपभोक्ता अथवा स्थानीय निवासी नियत तारीख / समय पर स्टाक रजिस्टर, राशन कार्ड रजिस्टर, अन्य अभिलेख तथा उपलब्ध स्टाक का उचित दर दुकान पर निरीक्षण करने का पात्र है।
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जिस की जांच करने जब में गांव पहुंचा तो दुकान में अनियमतताए पाईं गई दुकान पर स्टाक रजिस्टर भी नहीं मिला तथा दुकान पर भाव सूची भी नहीं थी, और दुकान पर गेंहूँ शक्कर, चावल, भी नहीं मिला।
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परिशिष्ट क्रमांक-“ ए ” में उन पंजीकृत आरा मशीनों का विवरण है जिनके मालिको / धारको / संचालको व्दारा जाँच करना बताया गया लेकिन आरा मशीनों के स्टाक रजिस्टर में अंकित मात्र एवं प्रमाणको में दर्शाई गई मात्रा में अत्यधिक भिन्नता है ।
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एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी आरसी झा द्वारा खुरई शहरी क्षेत्र में स्थित आंगनवाडियों में नियमित पोषण आहार वितरण में अनियमितताएं बरतने, स्टाक रजिस्टर तथा केशबुक का नियमानुसार संधारण न करने एवं अन्य अनियमितताओं के चलते मां गायत्री स्व-सहायता समूह व समृद्धि स्व-सहायता समूहों के अनुबंध निरस्त कर दिए गए हैं।
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परिशिष्ट क्रमांक-“ बी ” में उन पंजीकृत आरा मशीनों का विवरण है जिनके मालिको / धारको / संचालको व्दारा वृत्त स्तरीय उड़नदस्ता वन क्षेत्रपाल श्री आर. के पंडित के व्दारा भौतिक सत्यापन को असत्य बताया गया आरा मशीनों के स्टाक रजिस्टर में अंकित मात्रा एवं प्रमाणको में दर्शाई गई मात्रा में भी अत्यधिक भिन्नता है ।
40.
राजकोष से पैसा आहरित करने हेतु सर्वप्रथम सामग्री की माग होना आवश्यक है उसके पश्चात उक्त मॉग को सक्षम अधिकारी द्वारा स्वीकार किया जाना आवश्यक है उसके पश्चात उक्त सामान को क्रय किया जाना और उसका स्टाक रजिस्टर में अंकन होना आवश्यक है उसके अनुसार बिल बनाया जाता है और बिल ट्रेजरी से पारित होकर आहरित किया जाता है।