सूर्य की गतिविधि का एक असर यह भी होगा की इससे स्ट्रैटोस्फियर (stratosphere) गर्म हो जायेगी, जबकी ग्रीन हाउस गैस सिद्धांत (greenhouse gas theory) वहां पर शीतलन की भविष्यवाणी करता है.यह रुझान देखा गया है 1960 के बाद से लेकर स्ट्रैटोस्फियर ठंडा ही हुआ है.स्त्रतोस्फेरिक ओजोन की कटौती (Reduction of stratospheric ozone)के कारण शीतलता भी पैदा होती है, पर ओजोन रिक्तीकरण 1970 के दशक के अंत तक नही हुआ.सौर विभिन्नता और ज्वालामुखी गतिविधि० के कारण औद्योगिक युग से लेकर १९५० तक गर्मी नही बढ़ी बल्कि शीतलन ही हुआ है.