सनातन धर्म में आस्था रखनेवाले हिंदुओं और आधुनिक युग की तनावग्रस्त मानवजाति को यह स्मरण दिलाना अत्यावश्यक है कि हिमालय की उत्तुंग पर्वत-श्रेणियों, सुशांत निर्मल तालों, कलकल बहती सरिताओं और नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण वनों और कहीं घास की हरी चादर ओढ़े तो कहीं रंग-बिरंगे फूलों से सजी विस्तृत घाटियों की सुंदरता के दर्शन करनेवालों को जो अनिर्वचनीय दिव्य शांति यहां प्राप्त होती है वह और कहीं नहीं है।