| 31. | कहीं सच्चाई तो नहीं थी स्वस्ति की बातों में।
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| 32. | स्वस्ति श्री तुलसी कुलभूषण दूषन-हरन गोसाई।
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| 33. | स्वस्ति पथ की तरह विराट रूप में विराजमान हैं।
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| 34. | पादुका पूजन एवं स्वस्ति वाचन से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।
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| 35. | उसका भोलापन देख आगे कुछ नहीं कहा स्वस्ति ने।
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| 36. | सोलह कलाओं का रचयिता, स्वस्ति शुभ आराध्य है,
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| 37. | हे बृहस्पति! अरिष्ट नेमिः स्वस्ति कारक आप हैं,
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| 38. | ‘ स्वस्ति ने उसके लिए जगह बनाते हुए कहा।
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| 39. | स्वस्ति श्री तुलसी कुलभूषण दूषन-हरन गोसाई।
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| 40. | स्वस्ति नः स्ताक्ष्यों अरिष्ट नेमी स्वस्तिने वृहस्पतिर्दधातु।।
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