दूसरा माघ बिहू (मध्य जनवरी हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से माघ मास) फ़सल कटने के उपलक्ष्य में मानाया जाता है।
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हिन्दू कैलेंडर हिन्दू कैलेंडर में दिन स्थानीय सूर्योदय के साथ शुरू होता है और अगले दिन स्थानीय सूर्योदय के साथ समाप्त होता है।
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हिन्दू कैलेंडर हिन्दू कैलेंडर में दिन स्थानीय सूर्योदय के साथ शुरू होता है और अगले दिन स्थानीय सूर्योदय के साथ समाप्त होता है।
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(संस्कृत में: पञ्चाङ्ग = पंच (पांच) + अंग (हिस्सा)). इसलिए जो हिन्दू कैलेंडर सभी पांच अँगों को दर्शाता है उसे पञ्चाङ्ग कहते हैं।
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किन्तु हिन्दू कैलेंडर में चन्द्र की गति के साथ ही साथ सूर्य की गति को भी महत्व देकर उसे भी आधार बनाया गया है।
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किन्तु हिन्दू कैलेंडर में चन्द्र की गति के साथ ही साथ सूर्य की गति को भी महत्व देकर उसे भी आधार बनाया गया है।
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पहला और मुख्य बिहु पर्व वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला बोहांग बिहु (मध्य अप्रैंल हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से वैशाख मास का पहला दिन)
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भारतीय कैलेंडर जब हिन्दू कैलेंडर में मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन त्योहार और राष्ट्रीय छुट्टियों शामिल हों तो वह भारतीय कैलेंडर के रूप में जाना जाता है.
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क्योंकि सूर्योदय का समय सभी शहरों के लिए अलग है, इसीलिए हिन्दू कैलेंडर जो एक शहर के लिए बना है वो किसी अन्य शहर के लिए मान्य नहीं है।
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साल के तीन दिन बहूत महत्वपूर्ण हैं: गुरुपूर्णिमा, जन्म जयंति (ज्ञानीपुरुष दादाश्री की जन्मतिथि) और नए साल का (हिन्दू कैलेंडर का) पहला दिन।