| 41. | धन अकिंचन का श्री कृष्ण शरणम ममः।
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| 42. | आप ने तो मुझ अकिंचन का मान बढाया है।
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| 43. | माँ तुम्हारा ॠण बहुत है, मैं अकिंचन
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| 44. | अकिंचन होने को जो राजी है।
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| 45. | इमलीतला में मना अकिंचन गोस्वामी महाराज 94 वां आविर्भाव महोत्सव
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| 46. | अकिंचन भिखारी बने जा रहे हैं
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| 47. | ज़ाल-जगतरूपी महासागर की मैं तो मात्र एक अकिंचन बून्द हूँ।
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| 48. | तुम्हारे सानिध्य में मैं अकिंचन अनन्त निःसीम हो गया हूँ।
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| 49. | दौड़ती हर पल अकिंचन, कुछ तो है कहीं खो रहा
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| 50. | कोई भी हम सरीखा अकिंचन अपरिहार्य नहीं है यहाँ!
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