मुख प्रसाधन के लिए विलेपन और अनुलेपन, उद्वर्तन, रंजकनकिका, दीपवति इत्यादि; सिर के बालों के लिए विविध प्रकार के तैल, धूप और केशपटवास इत्यादि; आँखों के लिए काजल, सुरमा और प्रसाधन शलाकाएँ इत्यादि; ओष्ठों के लिए रंजकशलाकाएँ; हाथ और पाँव के लिए मेंहदी और आलता; शरीर के लिए चंदन, देवदारु और अगरु इत्यादि के विविध लेप, स्थानीय चूर्णवास और फेनक इत्यादि तथा मुखवास, कक्षवास और गृहवास इत्यादि।
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चित्र भूषण श्रीवास्तवमूल्य भारतीय रूपये २५. ००,यू.एस.डालर ३.००शुभवस्त्रे हंस वाहिनी वीण वादिनी शारदे,डूबते संसार को अवलंब दे आधार दे!हो रही घर घर निरंतर आज धन की साधना,स्वार्थ के चंदन अगरु से अर्चना आराधना!आत्म वंचित मन सशंकित विश्व बहुत उदास है,चेतना जग की जगा मां वीण की झंकार दे!............................. ईशाराधन से ६. नैतिक कथायें द्वारा प्रो. चित्र भूषण श्रीवास्तव मूल्य भारतीय रूपये १५०.००,यू.एस.डालर १५.००बाल कथाओं का संग्रह७.
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मुख प्रसाधन के लिए विलेपन और अनुलेपन, उद्वर्तन, रंजकनकिका, दीपवति इत्यादि ; सिर के बालों के लिए विविध प्रकार के तैल, धूप और केशपटवास इत्यादि ; आँखों के लिए काजल, सुरमा और प्रसाधन शलाकाएँ इत्यादि ; ओष्ठों के लिए रंजकशलाकाएँ ; हाथ और पाँव के लिए मेंहदी और आलता ; शरीर के लिए चंदन, देवदारु और अगरु इत्यादि के विविध लेप, स्थानीय चूर्णवास और फेनक इत्यादि तथा मुखवास, कक्षवास और गृहवास इत्यादि।
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वह तो पुष्प, अगरु की गन्ध बोझिल हवा में शंख, घण्टे, घडियाल, तुरही और मंत्रों के गहगहाते घमासान में कंचन थाल में नाचती लौ की नीराजना होती है, मगर इन तमाम उल्लासमयी ध्वनियों के आतंक के बीच उस रक्तपंकिल बलि की वेदी के दोनों ओर कटकर तडपते बलि-पशु की डूबती धडक़नों का भी एक मौन नाद होता है, वह भी एक मानपत्र ही होता है, कोई सुने न सुने, बांचे न बांचे ।
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चित्र भूषण श्रीवास्तव मूल्य भारतीय रूपये २५. ००,यू.एस.डालर ३.०० शुभवस्त्रे हंस वाहिनी वीण वादिनी शारदे, डूबते संसार को अवलंब दे आधार दे! हो रही घर घर निरंतर आज धन की साधना, स्वार्थ के चंदन अगरु से अर्चना आराधना! आत्म वंचित मन सशंकित विश्व बहुत उदास है, चेतना जग की जगा मां वीण की झंकार दे!............................. ईशाराधन से ६. नैतिक कथायें द्वारा प्रो. चित्र भूषण श्रीवास्तव मूल्य भारतीय रूपये १५०.००,यू.एस.डालर १५.०० बाल कथाओं का संग्रह ७.