यह इसलिए रख रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी आधिकारिक और सोची-समझी प्रेस कांफ्रेंस में कहते हैं कि राहुल गांधी बड़ी ज़िम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं, शायद वह कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं, पर साथ ही कहते हैं कि जब तक ऐसा हो न जाए, तब तक इसे अटकलबाज़ी ही समझि ए.
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लेकिन प्रमुख भू-भाग में भी ज्ञान और सूचना के बीच, जो हम जानते हैं और जो हमें बताया जाता है उसके बीच, जो छिपाया जाता है और जो दिखाया जाता है उसके बीच, तथ्य और अनुमान के बीच, ‘ असली ' और असल-दिखती दुनिया के बीच की खाई अंतहीन अटकलबाज़ी और संभावित विक्षिप्तता की जगह बन गई है।