अत्यधिक तीव्र प्यास के बावजूद, पीने का कोई भी प्रयास गला घुटने, श्वासरोधन और घबड़ाहट की एक बढ़ती अनुभूति के साथ गले की मांसपेशियों और मध्यपट (डायफ्राम, फेफड़ों के नीचे की मांसपेशी) में प्रबल ऐंठन उत्पन्न करता है।
42.
बहरहाल, अल्का ने कदाचित सोचा कि वे मुझे फ़ांस लेंगी इस विषय पर, परन्तु शायद वे यह नहीं जानती कि मेरी कल्पनाशक्ति की उड़ान अत्यधिक तीव्र है जिसकी पराकाष्ठा का स्वयं मुझे ज्ञान नहीं है, इसलिए मैं बहुत कुछ सोच सकता हूँ, अब क्या कहूँ(अधिक “अपने मुँह मिया-मिट्ठु” तो नहीं बन सकता न)।
43.
कलेक्टर ने क्या दिये थे आदेश: कलेक्टर द्वारा दिये आदेश के अनुसार देखा गया है कि वर्तमान में वाहनों में अत्यधिक तीव्र लेम्पस का उपयोग हो रहा है जिसके कारण सामने से आने वाले पैदल यात्रियों साईकिल रिक्शा चालकों के आदि के समक्ष कुछ समय के लिये ब्लाइंडनैस का सामना करना पडता है।
44.
आयुर्वेदीय प्राचीन आचार्यों ने पहले ही बता दिया है की अत्यधिक तीव्र रसों का प्रयोग उदर रोगों को उत्पन्न करता है तथा उदर रोगों के कारण ह्रदय रोग, नाडी रोग, वृक्क रोग आदि जन्म ले लेते है अतः सभी प्रकार के दोषों का पोषक उदर से ही होता है और शरीर के लिए जरुरी पोषक भी उदर से ही होता है | आहार पाचन में पित दोष का विशेष रूप से भाग होता है और पित का स्थान अमाशय यकृत और आंत्र होती है |
45.
आयुर्वेदीय प्राचीन आचार्यों ने पहले ही बता दिया है की अत्यधिक तीव्र रसों का प्रयोग उदर रोगों को उत्पन्न करता है तथा उदर रोगों के कारण ह्रदय रोग, नाडी रोग, वृक्क रोग आदि जन्म ले लेते है अतः सभी प्रकार के दोषों का पोषक उदर से ही होता है और शरीर के लिए जरुरी पोषक भी उदर से ही होता है | आहार पाचन में पित दोष का विशेष रूप से भाग होता है और पित का स्थान अमाशय यकृत और आंत्र होती है |