इस वर्ष जून मास से गुरु का गोचर वृष राशि में होगा जो अगले वर्ष 2013 के सितम्बर तक रहेगा | गुरु का यह गोचर आपकी पत्नी और बेटी कि कुंडली में अनुकूल स्थान पर रहेगा अतः पुत्र प्राप्ति के लिए यही अनुकूल समय प्रतीत होता है |गुरूवार के नमक रहित व्रत शुक्ल पक्ष से आरम्भ कर दें और ब्राह्मण विद्यार्थी को वीरवर को भोजन करा कर दक्षिणा दें | पांच वीरवार को एक फलदार पेड़ मंदिर नदी स्कूल या तालाब के किनारे लगाएं |