| 41. | सम्पूर्ण सृष्टि इसी अव्यय पुरूष से आगे बढती है।
|
| 42. | नियम के अनुसार अव्यय सदा पृथक् लिखे जाने चाहिए।
|
| 43. | सिंधी अव्यय संख्या में बहुत अधिक हैं।
|
| 44. | अव्यय पुरूष की तो प्रथम कला ही आनन्द है।
|
| 45. | अव्यय पुरूष की तो प्रथम कला ही आनन्द है।
|
| 46. | पुरूष भाव आते ही अव्यय पुरूष पहले आ गया।
|
| 47. | अव्यय) अरे (पति/पत्नी को इस नाम से पुकारता है)
|
| 48. | इन सबका आलम्बन स्फोट रूप अव्यय ही होता है।
|
| 49. | संज्ञा, सर्वनाम, क्रियाविशेषण, अव्यय आदि के शब्द हैं ।
|
| 50. | यह स्फोट ही यहां अव्यय रूप है।
|