| 41. | यदि आगे का भाग चपटा हो तो व्यक्ति वैज्ञानिक, मशीनरी संबंधी कार्यों में विशेष रूचि रखने वाला होता है।
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| 42. | इस तंत्रिकानाल के आगे का भाग मस्तिष्क और तत्संबंधी ज्ञानेंद्रियों के संवेदक भाग और कपाल तंत्रिकाओं को उत्पन्न करता है।
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| 43. | जूते का आगे का भाग चौड़ा व मध्य भाग में इतनी जगह होनी चाहिए कि अंदर एक अंगुली डाली जा सके।
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| 44. | विपरीत पीछे का भाग संकरा तथा आगे का भाग चैड़ा होने से सिंह मुख कहलाता है और यह दुकान शुभफलदायक होगी।
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| 45. | इसका आगे का भाग ऊपर के भाग से कुछ संकीर्ण होता है और वहां पर एक टोंटी सी लगी होती है।
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| 46. | नारियल को लाल वस्त्र में इस प्रकार लपेटे कि नारियल का आगे का भाग दिखाई दे और इसे कलश पर रखें।
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| 47. | जूते का आगे का भाग चौड़ा व मध्य भाग में इतनी जगह होनी चाहिए कि अंदर एक अंगुली डाली जा सके।
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| 48. | नारियल को लाल वस्त्र में इस प्रकार लपेटे कि नारियल का आगे का भाग दिखाई दे और इसे कलश पर रखें।
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| 49. | अब पौंटा साहिब गुरुद्धारे में क्या-क्या देखा, इसके लिये तो आपको इस यात्रा का आगे का भाग देखने के लिये यहाँ पुन:
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| 50. | आगे का भाग व्यापार करने के लिये दुकान का काम देता है, जबकि पिछवाड़े के भाग में लोग रहते हैं ।
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