आभिप्राय यह कि जिस प्रकार हर रचनाकार अपने ढंग से अपने समय को अपनी रचनाओं में व्याख्यायित कर रहा है (वह चर्चा में है या नहीं यह इसलिए महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि चर्चा के कारण आज रचना की उत्कृष्टता से बिल्कुल अलग होते हैं) उसी प्रकार मुद्रित पत्र-पत्रिकाओं के साथ आज वेब परिकाएं और ब्लॉग्स अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
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आभिप्राय यह कि जिस प्रकार हर रचनाकार अपने ढंग से अपने समय को अपनी रचनाओं में व्याख्यायित कर रहा है (वह चर्चा में है या नहीं यह इसलिए महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि चर्चा के कारण आज रचना की उत्कृष्टता से बिल्कुल अलग होते हैं) उसी प्रकार मुद्रित पत्र-पत्रिकाओं के साथ आज वेब परिकाएं और ब्लॉग्स अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
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निष्पक्षता से आभिप्राय यह कि आज जब दूर देशों में रह रहे हिन्दी साहित्यकार साहित्य की मुख्यधारा (यदि कोई है) में अपनी पहचान के लिए संघर्षरत रहते हुए भारत की भांति ही क्षुद्र साहित्यिक राजनीति का शिकार होने से अपने को नहीं बचा पा रहे वहीं इला प्रसाद ने ' शोध दिशा ' में अमेरिका के उन समस्त कहानीकारों को समेटने का प्रयास किया है, जो गंभीरतापूर्वक सृजनरत हैं.