| 41. | शक संवत् की प्रथम तिथि ईस्वी सन् 79 के वसंत विषुव से प्रारंभ होती है।
|
| 42. | ईस्वी सन् के सातवीं शताब्दी में अरब ने भारतीय अंक प्रणाली का अभिग्रहण कर लिया।
|
| 43. | ईस्वी सन् 500 से ईस्वी सन् 1800 तक के काल को मध्यकाल माना जाता है।
|
| 44. | ईस्वी सन् 500 से ईस्वी सन् 1800 तक के काल को मध्यकाल माना जाता है।
|
| 45. | शक संवत् की प्रथम तिथि ईस्वी सन् 79 के वसंत विषुव से प्रारंभ होती है।
|
| 46. | लेकिन मौजूदा पारंपरिक वार्षिक मणिमहेश-कैलाश यात्रा का संबंध ईस्वी सन् 920 से लगाया जाता है।
|
| 47. | लगभग ईस्वी सन् 800 से 13 या 14 सौ तक शौरसेनी अपभ्रंश का प्रचारकाल था।
|
| 48. | प्राचीन सिद्धांत अपनाने के कारण ईस्वी सन् 500 से वर्ष 23. 2 दिन आगे बढ़ चुका है।
|
| 49. | ईस्वी सन् 641 मे चीनी यात्री ह्वैंसान्ग यहा आया था, उसके अनुसार यह क्षेत्र गुर्जर रियासत थी।
|
| 50. | 2023 ईस्वी सन् 1967 को गुरू गोरखनाथजी की मूर्ति ग्राम मांझवास घूनें पर स्थापित की गई।
|