हस्तमुद्रा से चिकित्सा इसमें ज्ञान मुद्रा, ध्यान मुद्रा, मृत संजीवनीमुद्रा, शांत मुद्रा आदि चैबीस मुद्राओं से तथा हाथों की अंगुलियों से चिकित्सा की जाती है, जिनका प्रयोग मुख्यतः हताश, निराश व मानसिक रोगी के उपचारार्थ होता है।
42.
इस पद्धति के विशेषज्ञों की मान्यता है कि हस्तमुद्रा पद्धति के अंतर्गत ज्ञानमुद्रा, ध्यानमुद्रा, शांतमुद्रा, मृतसंजीवनीमुद्रा इत्यादि कुल चैबीस मुद्राएं हैं जिनका उपयोग मुख्यतः मानसिक रोगों (तनाव, निराशा, अस्थिरता, भ्रम आदि) के उपचारार्थ किया जाता है।
43.
पुरूष वर्ग की उच्चता और निम्नता के भाव के साथ महिलाओं के प्रंति अत्याचार का स्वरूप दैहिक मानसिक और लैगिंग उच्चतम रूप में सर्वत्र दिखाई देता है और इन अत्याचार एवं अपराधों के उपचारार्थ बनाये गये कानून सामाजिक पहलुओं के अनुरूप नहीं है ।
44.
बाड़मेर में पथमेड़ा गोधाम की ओर से नंदीशाला व गोवंश के उपचारार्थ अस्पताल खोलने के लिए एक बीघा भूमिदान व गोग्रास के लिए शहर के दानदाताओं के साथ संस्कार चैनल पर हो रहे लाइव प्रसारण के माध्यम से प्रदेश के जयपुर व पड़ोसी राज्यों से दानदाताओं ने ऑनलाइन भूमि दान की घोषणा कर कथा को सार्थक कर दिया।
45.
बाड़मेर में पथमेड़ा गोधाम की ओर से नंदीशाला व गोवंश के उपचारार्थ अस्पताल खोलने के लिए एक बीघा भूमिदान व गोग्रास के लिए शहर के दानदाताओं के साथ संस्कार चैनल पर हो रहे लाइव प्रसारण के माध्यम से प्रदेश के जयपुर व पड़ोसी राज्यों से दानदाताओं ने ऑनलाइन भूमि दान की घोषणा कर कथा को सार्थक कर दिया।