| 41. | अनुष्ठान के पश्चात् काले हकीक, एकाक्षी नारियल, कौड़ी, राहु-केतु के सिक्के और नाग-नागिन के जोड़े का विसर्जन किया जाता है।
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| 42. | * होली के अवसर पर एक एकाक्षी नारियल की पूजा करके लाल कपडे में लपेट कर दुकान में या व्यापार पर स्थापित करें।
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| 43. | जिस घर में एकाक्षी नारियल की पूजा होती है, वहाँ लक्ष्मी जी की कृपा होती है, अन्न व धन की कभी कमी नहीं आती।
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| 44. | स होली के अवसर पर एक एकाक्षी नारियल की पूजा करके लाल कपड़े में लपेट कर दूकान में या व्यापार स्थल पर स्थापित करें।
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| 45. | जिस घर में एकाक्षी नारियल की पूजा होती है, वहाँ लक्ष्मी जी की कृपा होती है, अन्न व धन की कभी कमी नहीं आती।
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| 46. | सामान्यतः सभी नारियलों में दो आंखें पाई जाती है, किंतु इसमें एक ही आंख होती हैं, इसलिए इसे एकाक्षी कहा जाता है।
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| 47. | किसी-किसी नारियल में एक नेत्र और एक मुख के रूप में मात्र दो ही निशान होते हैं, इसे “ एकाक्षी नारियल ” कहते हैं।
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| 48. | जिस घर में एकाक्षी नारियल की पूजा होती है, वहाँ लक्ष्मी जी की कृपा होती है, अन्न व धन की कभी कमी नहीं आती।
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| 49. | दीपावली पर जो व्यक्ति लक्ष्मी मूर्ति के समक्ष एकाक्षी नारियल रखकर उसकी पूजा करता है, उसके जीवन में धन-धान्य का अभाव रह ही नही सकता।
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| 50. | दीपावली की रात्रि लक्ष्मी पूजा के साथ एकाक्षी नारियल की पूजा करें और अगले दिन उसे पीले कपड़े में लपेटकर पूजा स्थान या धन स्थान में रखें।
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