ने अनुमान लगाया है कि गोभी की एफिड में 31 मार्च से 15 अगस्त तक बारह पीढ़ियाँ उत्पन्न हो जाती हैं, इतने दिनों में एक मादा 5,64,08,72,57,50,92,54,552 एफिड उत्पन्न कर सकेगी, इनकी तौल लगभग 8,27,62,72,50,543 सेर होगी अर्थात् एक वर्ष में 20,69,06,81,267 मन एफिड उत्पन्न हो जाएगी किंतु सच तो यह है कि कोई भी कीट अपनी अधिक से अधिक जननशक्ति को नहीं पहुँच पाता है, क्योंकि अनेक विपरीत परिस्थितियाँ होती हैं, अनेक शत्रु होते हैं जो इनको खा जाते हैं, जिनके कारण इनकी संख्या इतनी अधिक नहीं बढ़ने पाती।
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ने अनुमान लगाया है कि गोभी की एफिड में 31 मार्च से 15 अगस्त तक बारह पीढ़ियाँ उत्पन्न हो जाती हैं, इतने दिनों में एक मादा 5,64,08,72,57,50,92,54,552 एफिड उत्पन्न कर सकेगी, इनकी तौल लगभग 8,27,62,72,50,543 सेर होगी अर्थात् एक वर्ष में 20,69,06,81,267 मन एफिड उत्पन्न हो जाएगी किंतु सच तो यह है कि कोई भी कीट अपनी अधिक से अधिक जननशक्ति को नहीं पहुँच पाता है, क्योंकि अनेक विपरीत परिस्थितियाँ होती हैं, अनेक शत्रु होते हैं जो इनको खा जाते हैं, जिनके कारण इनकी संख्या इतनी अधिक नहीं बढ़ने पाती।
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ने अनुमान लगाया है कि गोभी की एफिड में 31 मार्च से 15 अगस्त तक बारह पीढ़ियाँ उत्पन्न हो जाती हैं, इतने दिनों में एक मादा 5,64,08,72,57,50,92,54,552 एफिड उत्पन्न कर सकेगी, इनकी तौल लगभग 8,27,62,72,50,543 सेर होगी अर्थात् एक वर्ष में 20,69,06,81,267 मन एफिड उत्पन्न हो जाएगी किंतु सच तो यह है कि कोई भी कीट अपनी अधिक से अधिक जननशक्ति को नहीं पहुँच पाता है, क्योंकि अनेक विपरीत परिस्थितियाँ होती हैं, अनेक शत्रु होते हैं जो इनको खा जाते हैं, जिनके कारण इनकी संख्या इतनी अधिक नहीं बढ़ने पाती।