एलेक्ट्रॉनिकी में फ्लिप-फ्लॉप (flip-flop) एक डिजिटल परिपथ है जिसका आउटपुट दो स्थाई अवस्थाओं में में से किसी एक में बना रहता है (जब तक उसे बदलने के लिये इनपुट में कुछ न किया जाय)।
42.
३ ० % इंफ्रारेड प्रकाशिकी (रात्रि में देखने वाले यंत्र आदि) में ; १ ५ % बहुलकीकरण के लिए उत्प्रेरक के लिए ; तथा १ ५ % एलेक्ट्रॉनिकी और सौर-विद्युत अनुप्रयोगों में किया जाता है।
43.
एलेक्ट्रॉनिकी में द्विमानित्र (फ्लिप-फ्लॉप) एक अंकीय (डिजिटल) परिपथ है जिसका निर्गम (आउटपुट) दो स्थाई अवस्थाओं में में से किसी एक में बना रहता है (जब तक उसे बदलने के लिये निवेश (इनपुट) में कुछ न किया जाय)।
44.
एलेक्ट्रॉनिकी के सन्दर्भ में प्रिन्टेड सर्किट बोर्ड या पीसीबी एक विद्युत अवयव है जो एलेक्ट्रानिक अवयवों को आधार / आश्रय प्रदान करने के लिये तथा इन्हें आपस में सुचालक मार्गों के माध्यम से जोड़ने के लिये उपयोग में लाया जाता है।