कितना हंसी थी उसकी सहेलियां, जब उन्हें पता चला था कि उसका ब्याह गांव-गांव जाकर, स्कूलों, मेलों और त्यौहारों, शादी-ब्याह में कठपुतली का खेल दिखाने वाले के साथ तय हुआ है।
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मेहमानों को अपनी संस्कृति को अधिक क़रीब से दिखाने के लिए सुशीला देवी घर पर ही मेहंदी प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता, लोक नृत्य, कठपुतली का खेल और दूसरे सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करती हैं.
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इनमें कठपुतली का खेल दिखने वाले की भी आवश्यकता नहीं होती, जो वैसे भी आमतौर पर दर्शकों को दिखायी नहीं पड़ता-वह मंच के पीछे या कैमरे की सीमा से बाहर होता है.
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इनमें कठपुतली का खेल दिखने वाले की भी आवश्यकता नहीं होती, जो वैसे भी आमतौर पर दर्शकों को दिखायी नहीं पड़ता-वह मंच के पीछे या कैमरे की सीमा से बाहर होता है.
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बचपन में उसका खेल देखने वाले व्यक्ति ने जब उसे देखा तो पूछा-‘ तुमने कठपुतली का खेल दिखाना बंद कर यह मूंगफली का ठेला लगाना कब से शुरू कर दिया? '
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लोगों के दिल को पढना और उनसे प्यार करना उसे आता है इसीलिए चाहे गरीब खिलौने वाला, चाहे कठपुतली का खेल दिखाने वाला या फिर गांव का जमींदार हर कोई उसे प्यार करता है।
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7 उस जोहड़ के पास मेला भरता था गणगौर का चैत्र शुक्ला तीज को सज जाती मिठाई की दुकानें बच्चों के खिलोने कठपुतली का खेल कुश्ती का दंगल उत्सव बन जाता था गाँव का जीवन।
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लोगों के दिल को पढना और उनसे प्यार करना उसे आता है इसीलिए चाहे गरीब खिलौने वाला, चाहे कठपुतली का खेल दिखाने वाला या फिर गांव का जमींदार हर कोई उसे प्यार करता है।
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(सात) उस जोहड़ के पास मेला भरता था गणगौर का चैत्र शुक्ला तीज को सज जाती मिठाई की दुकानें बच्चों के खिलोने कठपुतली का खेल कुश्ती का दंगल उत्सव बन जाता था गाँव का जीवन।
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मेहमानों को अपनी संस्कृति को अधिक क़रीब से दिखाने के लिए सुशीला देवी घर पर ही मेहंदी प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता, लोक नृत्य, कठपुतली का खेल और दूसरे सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करती हैं.