| 41. | मन करेला, बल्कि ई कहिं की हुक उठेला जब अपना इहाँ का मंदिर में होखेवाला झूलन याद परेला, लागेला...
|
| 42. | मैं गानों की बात नहिं कर रहा, ये वो हैं जो किसी पात्रके संवादमें सुनी हैं या कहिं और।
|
| 43. | इस सूचना क्रांति के युग में भी, कहिं हमें सूचना के अंधेरे कि ओर तो नहीं धकेला जा रहा है-?
|
| 44. | मानवीय सभ्यता का यह दौर! शहर के रहने वाले ; गांवों की तुलना में, कहिं ज्यादा दिखते हैं परेशान।
|
| 45. | समीर लाल जी, मुझे लगता है कहिं कुछ गड़बड़ है घोड़ा तो शाकाहारी होता है, वो माँस नही खाता।
|
| 46. | तुम तो अपने सारे मजे उदा लेते हो और हम जैसे कहिं ना घुम पाने वालों का मजाक उदा देता हो....
|
| 47. | चप्पा-चप्पा अबाद है, शहर के फुटफाथ कहिं दुकान, घर, या धर्मस्थल यदि कुछ नहीं है तो, बस खाली जगह।
|
| 48. | इस सूचना क्रांति के युग में भी, कहिं हमें सूचना के अंधेरे कि ओर तो नहीं धकेला जा रहा है-?
|
| 49. | प्रिय भाई चंदन जी, आपके उत्तर से मुझे आशा से कहिं ज्यादा मनोबल मिला कि पत्रकारिता जगत में आप जैसे कर्मठ कलमकार हैं।
|
| 50. | जब आपकी बात नहीं समझ सके होंगे तब आपने उलाहनापूर्वक उनके विषय में कह डाला-रामानन्द रामरस माते, कहहिं कबीर हम कहिं थाके।
|