मैं असहनीय रूप से अकेली हूँ और मैं बहुत दिल से चाहती हूँ कि मेरी इन रातों के वीडियो बना लिए जाएँ और मौका मिले तो आप कभी इस उदास कमरे में मेरा काँपना, फ़र्श पर लेट जाना, दीवारें खरोंचना, किताबें फाड़ना, अपने हाथ की उंगलियाँ मरोड़ना, सिर पीटना, चिल्लाना और माँ को याद कर कर के कराहना देख सकें।
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काँपना थरथर हवा बिन ज़र्द पत्तों की तरह घोसलों में फिर नये नोचे हुए पर देखना मैं तुम्हें आवाज़ दूँ जब भी निगाहों से कभी तुम मेरी आवाज़ को बाँहों में भर कर देखना कैसा लगता है समन्दर को बिना देखे हुए छोटे छोटे से तालाबों में समन्दर देखना ये सफ़र है नींद है या ज़िन्दगी की असलियत देर तक हिलता हुआ एक हाथ अक्सर देखना
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शरीर में क्षीण हुआ कफ़ भ्रम, उद्वेष्टन-अर्थात् रस्सी से बाँधने के समान अंग-उपांग तथा पिण्डलियों का जकड़ना, नींद का न लगना, शरीर का फूटना, परिप्लोष-अर्थात् संताप के कारण त्वचा में दाह, कम्प, धूमायन, कण्ठ की जलन, संधियों का ढीला पड़ना, हृदय का काँपना,, हृदय, कंठ आदि कफाशय का सूना सा हो जाना ।।
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प्रश्न: प्रकृति हमें सबकुछ दे रही है फिर भी वह इस संसार से इतनी क्रोधित क्यों है | फिर प्राकृतिक आपदा, भूकंप और बाढ़ क्यों? श्री श्री रविशंकर: प्राकृतिक आपदा इसलिये घटती है क्योंकि वह भी इसका हिस्सा होता है | फिर आप प्रकृति का उपयोग अच्छे से नहीं करते है | आप इसके लिये अत्याधिक लालची बन गये हैं | आप प्रतिदिन पृथ्वी पर बारूद लगाकर विस्फोट करते है | फिर एक दिन पृथ्वी को काँपना ही है, पृथ्वी भी जीवित जीव है |
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हाँ दर्द कहाँ बीतता है सिर्फ हम बीतते हैं थोड़ा-थोड़ा समय के साथ वह थोड़ा और उदास हुई गीली हो गईं उसकी ऑंखें आखिर वह उठी मैंने उठते हुए देखा पीले कपड़ों को मैंने देखा पीले कपड़ों को जाते हुए काँपना बन्द हुआ आसमान का सो गया फिर से कमरे का ऍंधेरा दुखी हुए कपड़े और जुराबें दुखी हुआ दरवाजा इस बार सब जैसे चीखकर बोले वो गई.... वो गई.... वो गई मैंने सिगरेट सुलगाई और आहिस्ते से कहा जाने दो वन हण्ड्रेड इयर्स ऑफ सालीटयूड और मार्खेज़ आप सोचेंगे मार्खेज़ को अचानक याद करने का मतलब?