| 41. | उस कालकूट विष के प्रभाव से शिव जी का कण्ठ नीला पड़ गया।
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| 42. | उस कालकूट विष के प्रभाव से शिव जी का कण्ठ नीला पड़ गया।
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| 43. | सभी देवगणों तथा ऋषि-मुनियों को दु: खी देखकर उन्होंने कालकूट विष का पान किया।
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| 44. | यही पौधा “ कालकूट ” या “ तक्रकूट ” नाम से प्रसिद्ध हु आ.
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| 45. | खान, ” कालकूट या सायनायड जैसे विष को एक बार भी लेना मारक होता है।
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| 46. | भर्ता का अहित करने वाली और व्यभिचारिणी स्त्री कालकूट विष के समान होती है ।
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| 47. | सभी देवगणों तथा ऋषि-मुनियों को दु: खी देखकर उन्होंने कालकूट विष का पान किया।
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| 48. | आओ, साथियों, ग़म के कालकूट को पी हम बाकी दुनिया को खुशियों का अमृतकलश सौंपे.
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| 49. | कालकूट विष और शेषनाग को गले में धारण करने से भगवान की मृत्युंजयरूपता स्पष्ट है।
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| 50. | उस समय उस लोकसंहारकारी कालकूट विष को भगवान शिव ने स्वयं अपना ग्रास बना लिया।
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