उस नयी बसी कालोनी के लगभग हर घर के कुछ कमरे इस बात को ध्यान में रखकर बनाये जाने लगे कि कम से कम १-२ कमरे किराये पर देना ही देना है और साथ ही पुराने घरों में भी लोगों ने अपनी आवश्यकताओं में से एक-दो कमरों की कटौती कर के उन्हें किराए पर उठा दिया.
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उस नयी बसी कालोनी के लगभग हर घर के कुछ कमरे इस बात को ध्यान में रखकर बनाये जाने लगे कि कम से कम १-२ कमरे किराये पर देना ही देना है और साथ ही पुराने घरों में भी लोगों ने अपनी आवश्यकताओं में से एक-दो कमरों की कटौती कर के उन्हें किराए पर उठा दिया.
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उस नयी बसी कालोनी के लगभग हर घर के कुछ कमरे इस बात को ध्यान में रखकर बनाये जाने लगे कि कम से कम १-२ कमरे किराये पर देना ही देना है और साथ ही पुराने घरों में भी लोगों ने अपनी आवश्यकताओं में से एक-दो कमरों की कटौती कर के उन्हें किराए पर उठा दिया.
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वादी द्वारा जिस स्थान पर अपनी दुकान का निर्माण करना और उसे प्रतिवादी को किराये पर देना बताया गया है वह दुकान भूराजस्व अभिलेखों के हाल बन्दोबस्ती ग्राम मठियाणगॉव, पटटी मनियार जिला टिहरी गढवाल के खाता खतौनी संख्या 20,21 के खेत नम्बर 201 रकवा 9 नाली 7 मुठ्ठी भूमि प्रबन्धक लोक निर्माण विभाग, चम्बा के नाम अभिलेखों मे दर्ज है।
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विपक्षी और उसके परिवार के पास रानीखेत शहर में या आसपास कोई अन्य स्थान निवास हेतु उपलब्ध नहीं है जिस कारण तुलनात्मक दृष्टि से भी उसकी आवश्यकतायें अत्यधिक बलवती एवं प्रभावी हैं और यदि प्रार्थी स्थान पिलखोली के अपने मकान में विपक्षी को किराये पर देना स्वीकार करें तो विपक्षी अपने व अपने परिवार के साथ वहॉ रहने को तैयार है।
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अपना लो न. क ॉम के सीइओ हर्ष रूंगटा कहते हैं कि घर तब तक नही खरीदना चाहिये जब तक उसमें रहना ना हो क्योकि एक युवा जब अपना घर किराये पर देना चाहे तो उसे बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पङता है और साथ ही उनके पास निवेश प्रयोजन के लिये घर के अतिरिक्त अन्य बहुत से आकर्षक विकल्प भी हैं ।
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प्रतिवादी द्वारा अपने प्रतिवाद पत्र मे कहा गया है कि वादी ने जिस स्थान पर अपनी दुकान का निर्माण करना एवं प्रतिवादी को किराये पर देना बताया है वह दुकान भूराजस्व अभिलेखों के हाल बन्दोबस्त मे ग्राम मठियाणगॉव पटटी मनियार जिला टिहरी गढवाल के खाता खतौनी संख्या-20, 21 के खेत संख्या-201 रकवा नौ नाली सात मुठ्ठी पर है, जो भूमि प्रबन्धक लोक निर्माण विभाग चम्बा के नाम दर्ज है जिस पर सरकार द्वारा वादी के पक्ष में कोई पट्टा स्वीकृत नही किया गया था।