| 41. | फाल्गुन, जिष्णु, किरीटी, श्वेतवाहन, बीभत्सु, विजय, कृष्ण, सव्यसाची
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| 42. | वैजयन्त ने मेरे सिर पर मुकुट रखा था, इसलिए मैं किरीटी कहलाता हूँ।
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| 43. | शेष सब तैरनेवाले, अर्थात् डंठल द्वारा पृथ्वी से जुड़े रहनेवाले, किरीटी मॉनोगोनौंटा गण में हैं।
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| 44. | एतच्छ्रुत्वा वचनं केशवस्य कृताञ्जलिर्वेपमानः किरीटी ॥ नमस्कृत्वा भूय एवाह कृष्णं सगद्गदं भीतभीतः प्रणम्य ॥ ३५॥
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| 45. | शेष सब तैरनेवाले, अर्थात् डंठल द्वारा पृथ्वी से जुड़े रहनेवाले, किरीटी मॉनोगोनौंटा गण में हैं।
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| 46. | किरीटी के शरीर के आगे के भाग को केवल सुविधा के लिए सर कहा जाता है।
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| 47. | किरीटी या रोटिफेरा वर्ग (क्लास, class) के जीवों को तीन गणों में विभाजित किया गया है।
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| 48. | किरीटी के शरीर के आगे के भाग को केवल सुविधा के लिए सर कहा जाता है।
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| 49. | सुंदर एवं देदीप्यमान किरीट को धारण करने के कारण अर्जुन का एक नाम किरीटी हो गया था।
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| 50. | किरीटी दुम की सहायता से तल पर रेंगते हैं और तैरते समय दुम पतवार का कार्य करती हैं।
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